पटना.खरमास की समाप्ति के एक सप्ताह के बाद गुरुवार से शादी-विवाह का सिलसिला शुरू होगा. लगभग एक महीने से बाजारों से रौनक गायब हो गयी थी. बैंड बाजा, मैरेज हॉल, आभूषण विक्रेता, कैटरिंग कुल मिलाकर इस क्षेत्र से जुड़े सभी की बुकिंग लगभग फुल हो चुकी है. इस बार मई और जून महीने में लग्न नहीं होने से अप्रैल व जुलाई में शादियों की भरमार रहेगी. इसके बाद फिर चार मास के बाद 12 नवंबर मंगलवार को देवोत्थान एकादशी के बाद से लग्न शुरू होंगे. बनारसी पंचांग के अनुसार 16 नवंबर से आरंभ होकर 15 दिसंबर तक कुल 18 लग्न हैं, जिनमें नौ नवंबर में व दिसंबर में भी नौ हैं. इसके बाद अगले साल 14 जनवरी 2025 के बाद का मुहूर्त शुरू होगा.
मई व जून में नहीं होंगे वैवाहिक कार्य
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विवाह संस्कार के शुभ योग के लिए गुरु, शुक्र और सूर्य का शुभ होना जरूरी है. खरमास की समाप्ति के बाद 14 दिन शुभ मुहूर्त हैं. इसके बाद 23 अप्रैल मंगलवार से 30 जून रविवार तक शुक्र ग्रह के अस्त होने से वैवाहिक कार्य नहीं होंगे. जुलाई मास में शुक्र के उदय होने के बाद शादी-ब्याह का सिलसिला शुरू हो जायेगा.
मिथिला पंचांग में 10 तो बनारसी में 14 लग्न मुहूर्त
खरमास के बाद शादी का सिलसिला अब शुरू हो रहा है. पंचांगीय गणना के अनुसार मिथिला पंचांग में चातुर्मास तक कुल 10 लग्न मुहूर्त हैं. वहीं बनारसी पंचांग में 14 मुहूर्त हैं. विवि पंचांग के अनुसार अप्रैल में छह, मई में एक व जुलाई में तीन मुहूर्त हैं.
शादी-विवाह के शुभ लग्न मुहूर्त
मिथिला पंचांग के अनुसार : अप्रैल : 18,19,21,25,26,28, मई: 1, जुलाई : 10,11,12
बनारसी पंचांग के मुताबिक : अप्रैल : 18, 20, 21, 22, 23, 25, 26, जुलाई : 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, नवंबर : 16, 17, 22, 23, 24, 25, 26, 28, 29, दिसंबर : 2, 3, 4, 5, 9, 10, 11, 14, 15