शेल्टर होम की लड़कियों का होगा कौशल प्रशिक्षण
बिहार के सभी बालक-बालिका होम में रहने वाले लड़के-लड़कियों को रोजगार से जुड़ा प्रशिक्षण मिलेगा, ताकि यहां से निकलने के बाद चाहे, तो वह खुद के पैरों पर खड़ा हो सकें.
संवाददाता, पटना
बिहार के सभी बालक-बालिका होम में रहने वाले लड़के-लड़कियों को रोजगार से जुड़ा प्रशिक्षण मिलेगा, ताकि यहां से निकलने के बाद चाहे, तो वह खुद के पैरों पर खड़ा हो सकें. वहीं, उन्हें बिहार से बाहर भी निजी कंपनियों में काम करने का मौका मिल सके. समाज कल्याण विभाग की ओर से पूर्व में भी होम की कई लड़कियों को बेंगलुरु भेजकर मैनेजमेंट का एक वर्षीय डिप्लोमा कराया है. अभी ट्रेंड सभी सभी लड़कियां आज की तारीख में कहीं न कहीं काम कर रही है.
अब हुनर को देखते हुए मिलेगा प्रशिक्षणसमाज कल्याण विभाग ने श्रम संसाधन विभाग के सहयोग से होम के सभी लड़के-लड़कियों का हुनरमंद प्रशिक्षण होगा. इन्हें उनके इंट्रेस्ट के आधार पर चयन किया जायेगा और प्रशिक्षण दिया जायेगा.विभाग के अधिकारी अगले माह से होम में रहने वालों के हुनर की पहचान के लिए काउंसेलिंग शुरू करेंगे, जिसमें सभी तरह के प्रशिक्षण के लिए इनका चयन होगा.
विभाग ने कौशल प्रशिक्षण के तहत कुशल युवा कार्यक्रम से भी इन्हें जोड़ने का लक्ष्य रखा है,ताकि इनका अंग्रेजी और कंप्यूटर का भी ज्ञान बढ़ सके. इन्हें ट्रेनिंग के बाद सर्टिफिकेट भी मिलेगा, जिसका उपयोग यह किसी भी जगह पर रोजगार के दौरान कर सकेंगे. समाज कल्याण विभाग ने सभी जिलों में इसको लेकर तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया हे.
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