Bihar Politics : शिवानंद तिवारी की सुशील मोदी को सलाह, कहा- सक्रिय राजनीति से किनारे हो जायें मोदी
राजद नेता शिवानंद तिवारी ने कहा है कि सुशील मोदी को राजनीति करते हुए आधी सदी गुजर गयी है. लेकिन आज उनसे आगे युवा तेजस्वी यादव भी निकल चुके हैं. सुशील मोदी को सक्रिय राजनीति से किनारे हो जाना चाहिए.
राजद नेता शिवानंद तिवारी ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि मेरी मित्रवत सलाह है कि सुशील मोदी कई क्षेत्रों में काम कर रहे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के किसी एक क्षेत्र को चुन कर राजनीति की सक्रिय धारा से किनारे हो जाएं. उन्होंने कहा है कि सुशील मोदी को राजनीति करते हुए आधी सदी गुजर गयी है. उनसे आगे तेजस्वी यादव जैसे नेता निकल चुके हैं.
लालू प्रसाद और सुशील मोदी का टकराव लगातार जारी रहा – शिवानंद
समाजवादी नेता शिवांनद ने कहा कि संभवतः सुशील मोदी 1973 में पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के महासचिव चुने गये थे. संयोग है कि उसी वर्ष लालू प्रसाद उसी छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे. ऐसे में लालू यादव से सुशील राजनीतिक टकराव स्वाभाविक था. दोनों दो विपरीत विचार धारा के संगठनों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. तब से अब तक लालू प्रसाद और सुशील मोदी का टकराव लगातार जारी रहा है.
लालू यादव और सुशील मोदी की राजनीतिक हैसियत में बहुत बड़ा फासला – शिवानंद
शिवानंद तिवारी के मुताबिक दोनों की राजनीतिक हैसियत में बहुत बड़ा फासला है. इतना सब कुछ होने के बावजूद लालू प्रसाद यादव आज भी राष्ट्रीय राजनीति में दखल रखते हैं. वहीं सुशील मोदी का दुर्भाग्य यह है कि बिहार की राजनीति में इतने वर्षों बाद भी वो कभी तीसरे स्थान से ऊपर नहीं चढ़ पाए.
तेजस्वी यादव की हैसियत सुशील मोदी से ज्यादा – शिवानंद
राजद नेता ने कहा कि हाल में सुशील मोदी के लिए राजनीतिक स्थिति और भी अपमान जनक हो गई है. लालू प्रसाद के 33 वर्षीय पुत्र तेजस्वी यादव की राजनीतिक हैसियत आज आधी सदी से राजनीति के अखाड़े में पसीना बहाने वाले सुशील मोदी से ऊपर हो गयी है.