बाबा भोलेनाथ की आराधना का पर्व महाशिवरात्रि शुक्रवार को मनाया जायेगा. भगवान शिव की कृपा पाने के लिए भक्त इसकी तैयारियों में जुट गये हैं. शहर के विभिन्न मंदिरों, शिवालयों के साथ-साथ पूजा समितियों की ओर से खास तैयारी की जा रही है. इस बार शोभायात्रा में 27 पूजा समितियां झांकी शामिल हो रही हैं, जो दिव्य काशी, भव्य काशी और श्रीराम लला के प्राण- प्रतिष्ठा की झांकी प्रस्तुत करेंगे. कई झांकियां जीवंत होंगी. शोभा यात्राओं के दौरान निकलने वाली झांकियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
चांद पर बैठे शिव-पार्वती को धरती पर उतारने की तैयारी
श्रीश्री महाशिवरात्रि महोत्सव शोभायात्रा अभिनंदन समिति के तत्वावधान में आठ मार्च को होने वाले महाशिवरात्रि महोत्सव की तैयारियां अब अपने अंतिम चरण में है. भोलेनाथ के बारात में शामिल होने वाले शिव भक्तों का भक्ति और उत्साह चरम पर है. शोभा यात्रा समिति शिव मंदिर, यारपुर (मीठापुर) के प्रमुख मुन्ना गुप्ता ने बताया कि इस बार कोलकाता और रायपुर (छत्तीसगढ़) से झांकियां मंगायी गयी हैं. कोलकाता की झांकियों में एलइडी से जगमग शिवलिंग, गणेश और बसहा बैल आकर्षण के केंद्र होंगे. रायपुर से आयी झांकी में उज्जैन के महाकाल की प्रतिकृति उकेरी गयी है.
वहीं शोभा यात्रा समिति, एजी कॉलोनी के प्रमुख चंद्रभूषण सिंह ने बताया कि इस बार प्लाईवुड बोर्ड पर केदारनाथ मंदिर के स्वरूप को दर्शाने की तैयारी की गयी है. शिव सती मंदिर, नवकोठिया की समिति अपनी झांकी में चांद पर बैठे भोले शंकर और पार्वती को धरती पर उतारने की तैयारी कर रही है. ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से कंकड़बाग से भव्य शोभा यात्रा निकाली जायेगी, जो खाजपुरा शिव मंदिर तक जायेगी.
महाशिवरात्रि की तैयारियां अंतिम चरण में, रंगीन लाइटों से जगमग हुए शिवालय
महाशिवरात्रि को लेकर खाजपुरा शिव मंदिर (बेली रोड), गौरी शंकर मंदिर (बैकटपुर), तिलेश्वर नाथ मंदिर (पटना सिट), अलखिया बाबा मंदिर (अशोक राजपथ), बोरिंग रोड शिव मंदिर, पंचरूपी हनुमान मंदिर (राजवंशी नगर), पंच शिव मंदिर (कंकड़बाग) महावीर मंदिर पटना (जंक्शन), गौरी शंकर मंदिर (गायघाट) मंदिर में तैयारियां अंतिम चरण में है. मंदिरों को रंग-बिरंगी लाइट व झालरों से सजाया जा रहा है.
महावीर मंदिर में है तीन शिवलिंग, 45 रुद्राभिषेक होंगे
पटना जंक्शन स्थित विश्व प्रसिद्ध प्राचीन महावीर मंदिर में महाशिवरात्रि के मौके पर 45 रुद्राभिषेक होंगे. मंदिर में तीन शिवलिंग है. नीचे प्राचीन शिवलिंग पर सुबह पांच से रात 10 बजे तक कुल 17 रुद्राभिषेक, ऊपर शीशा बंद शिवलिंग पर सुबह पांच से रात 10 बजे तक कुल 17 रुद्राभिषेक और बीच में हनुमानजी के बगल में स्थित शिवलिंग पर सुबह 11 बजे से रात्रि 10 बजे तक कुल 11 रुद्राभिषेक होंगे. यहां सुबह 5 बजे से 11 बजे तक भक्त जलाभिषेक करेंगे.
गौरी शंकर मंदिर में होगा भंडारा, चार बजे से रुद्राभिषेक
गायघाट स्थित प्राचीन शिव मंदिर गौरी शंकर मंदिर की साफ-सफाई और रंग-रोगन लगभग पूरी हो चुकी है. महाशिवरात्रि के दिन सुबह पांच बजे से भगवान शिव का महाभिषेक शुरू होगा. देर शाम भंडारा का आयोजन किया गया है. इसमें हजारों की संख्या शिव भक्त जुटेंगे. शिव भक्तों के बीच खीर-पूरी, सब्जी, बुंदिया बांटा जायेगा. वहीं मंदिर में अहले सुबह चार बजे से रुद्राभिषेक शुरू होगा.
अहले सुबह शिव भक्तों के लिए खुल जायेगा पट
बोरिंग रोड चौराहा स्थित शिव मंदिर में महाशिवरात्रि को लेकर अहले सुबह चार बजे से शिव भक्तों के लिए पट खोल दिया जायेगा. देर शाम 7:30 बजे महाआरती, 8 बजे रुद्राभिषेक और रात 10 बजे शिव-पार्वती का शुभ विवाह होगा. मंदिर और महादेव त्रिनेत्र का शृंगार दिल्ली, बेंगलुरु और कोलकाता के विभिन्न प्रजातियों के फूलों से होगा.
एलइडी बोर्ड, झालरों से पटा बेली रोड फ्लाइओवर
खाजपुरा स्थित आर्य भवन में बुधवार को शोभायात्रा समितियों के प्रमुखों की बैठक में अभिनंदन समिति के संयोजक सह विधायक डॉ संजीव चौरसिया ने तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने बताया कि खाजपुरा शिव मंदिर फ्लाईओवर को रंग-बिरंगे बल्बों और झालरों से पाट दिया गया है. जगदेव पथ से आइजीआइएमएस तक फ्लाइओवर के खंभों को होर्डिंग और बैनर से सजाया गया है. बेली रोड के दोनों किनारे एलइडी बोर्ड और शिव पताका लहरा रहे हैं.
शोभा यात्रा समितियों का मुख्य मंच पर होगा सम्मान
संजीव चौरसिया ने बताया कि खाजपुरा शिव मंदिर परिसर में मुख्य मंच के अलावा दो और मंच तैयार किये गये हैं. मुख्य मंच पर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहेंगे जो शोभा यात्राओं का अभिनंदन करेंगे और झांकियों की आरती उतारेंगे. दूसरे मंच पर भजन संध्या, तांडव नृत्य समेत अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जबकि तीसरे मंच पर गंगा आरती की जायेगी.
बाजार भी सजधज कर तैयार, खरीदारी शुरू
महाशिवरात्रि को लेकर शिवालयों के साथ-साथ बाजार भी सजधज कर तैयार है. इस दिन शिवभक्त अपने-अपने घरों में शिवलिंग प्रतिष्ठित करते हैं. इसे लेकर बाजार में तरह-तरह के पत्थरों, पारा, पीतल, स्टफिक में शिवलिंग उपलब्ध है. इसकी कीमत 50 रुपये से लेकर 1000 रुपये है. कदमकुआं स्थित श्री पूजा भंडार शिव कुमार ने बताया कि काले और सफेद पत्थरों के शिवलिंग की मांग सबसे अधिक हो रही है. यहां शिवलिंग जयपुर, मध्य प्रदेश, बनारस से मंगाया गया है. नमर्देश्वर शिवलिंग मध्य प्रदेश से आता है. यह 150 से 1000 रुपये तक में उपलब्ध है. पारस और स्टफिक शिवलिंग वजन से मिलता है. पारस शिवलिंग 15 रुपये प्रति ग्राम तो स्टफिक शिवलिंग 10 से 20 रुपये प्रति ग्राम है.
कीमत एक नजर में :-
- काले पत्थर का शिवलिंग : ~ 50-1000
- सफेद पत्थर का शिवलिंग: ~ 140-1000
- पारस पत्थर का शिवलिंग : ~ 15 प्रति ग्राम
- स्टफिक का शिवलिंग : ~ 10 -20 प्रति ग्राम
- नमर्देश्वर शिवलिंग : ~ 150-1000
- तांबा नाग: ~ 10-2000
- भस्म : ~ 10 -100 प्रति पैकेट
- भांग : ~ 10 – 20 प्रति पैकेट
- शिव- पार्वती की मूर्ति (पीतल): ~ 600-8000
- शिव- पार्वती की मूर्ति (सिरामिक) : ~ 200-1000
- नंदी गाय (स्फटिक) : ~ 10 प्रति ग्राम