किस्त भरने में आनाकानी करने वाले लाभार्थियों को शो कॉज
हाल के महीनों में सीएम उद्यमी योजना के करीब 800 से 1000 लाभार्थियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है.
सीएम उद्यमी योजना : पैसा पचाने की मंशा रखने वालों पर विभाग की सख्ती ..राजदेव पांडेय , पटना हाल के महीनों में सीएम उद्यमी योजना के करीब 800 से 1000 लाभार्थियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है. ये वे लाभार्थी हैं, जिन्होंने उद्यम या व्यवसाय स्थापित करने के लिए मिली राशि के बदले किस्त का भुगतान शुरू नहीं किया है. इनमें वे भी हैं, जिन लोगों ने किस्त का सदुपयोग नहीं किया है. यह नोटिस जिला उद्योग महाप्रबंधकों के जरिये दिया जा रहा है. जबकि सूत्रों का कहना है कि इस योजना में लोन की राशि भुगतान करने में रुचि न दिखाने वालों की संख्या बताये गये आंकड़े से कहीं अधिक है. फिलहाल उद्योग विभाग इस योजना में ”गलत” लोगों की पैसा पचाने की मंशा को सख्ती से रोकना चाहता है. सूत्रों के अनुसार सकारात्मक बात यह है कि सीएम उद्यमी योजना में 4000 लाभार्थी नियमित किस्त भर रहे हैं. दरअसल इस योजना के तीन किस्त मिलने के एक साल बाद किस्तें भरनी होती हैं. लाभार्थियों को तीन किस्तें औसतन एक साल में मिल जाती हैं. इसके बाद एक साल लाभार्थियों से किस्त इसलिए नहीं ली जाती है, ताकि वह अपने व्यवसाय को गति दे सके. लाभार्थियों को लोन की राशि 5942 रुपये की राशि 84 किस्तों में देनी होती है. इस योजना के तहत 2018 से अभी तक 34441 लोगों को लाभार्थी बनाया गया है. इन लाभार्थियों को 2690 करोड़ की सहायता राशि प्रदान की गयी है. हाल ही विभाग ने ऑनलाइन मोड में भी किस्त भुगतान करने की सुविधा दी है. इस योजना के तहत 10 लाख तक की सहायता दी जाती है. इसमें पांच लाख का अनुदान और पांच लाख का सॉफ्ट लोन दिया जाता है. ———– योजना आर्थिक विकास में मददगार सीएम उद्यमी योजना खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक विकास में मददगार साबित हुई है. सूत्रों के अनुसार खासतौर पर इस योजना का फायदा उन लोगों ने गंभीरता से उठाया है, जो कोरोना काल में बिहार वापस आये थे. दरअसल इस योजना को उसी दौर से पंख लगे थे. वर्ष 2018 से अभी तक सर्वाधिक टॉप फाइव ट्रेड,जिनमें सर्वाधिक लाभार्थी — रेडीमेड गारमेंट – 5500 से अधिक आइसक्रीम- 4500 आटा सत्तू बेसन – 2200 आइटी बिजनेस- 1350 मसाला- – 12000 ———— वर्ष 2024-25 में टॉप फाइव ट्रेड रेडीमेड गारमेंट – 1500 साइबर कैफे/आइटी बिजनेस- 1100 पेपर प्लेट निर्माण- 500 आटासत्तू आदि- 500 होटल / रेस्टारेंट
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