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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: राजधानी में सजा गोविंद का दरबार, मंदिरों में उत्साह व उमंग में झूमे श्याम भक्त

श्री कृष्ण नाम संकीर्तन करते भक्त. भक्तिमय माहौल में बधाई गीतों के बीच दोनों हाथ ऊपर उठाकर भगवान कृष्ण का जयघोष करते श्रद्धालु. श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर सोमवार को भोर से देर रात तक ‘नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की’...,‘गोविंद बोलो गोपाल बोलो, राधा रमण हरि गोविंद बोलो’... ‘गोविंद जय-जय, गोपाल जय-जय’ से घरों से लेकर मंदिर तक गुंजायमान रहा.

By RajeshKumar Ojha | August 27, 2024 5:45 AM

लाइफ रिपोर्टर@पटना
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व सोमवार को धूमधाम से मनाया गया. श्री राधा-कृष्ण मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भजन-कीर्तन समेत अन्य कार्यक्रम हुए. देर रात विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन हुए. श्रद्धालुओं ने दिनभर उपवास रखकर रात्रि 12 बजे नंदलाल को झूला-झूलाने के बाद अपना उपवास तोड़ा. इस दौरान कृष्ण भक्त पूरे उत्साह व मनोभाव से भक्ति में लीन रहे. पटना और आसपास के इलाकों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही.

बुद्ध मार्ग स्थित इस्कॉन मंदिर, मीठापुर स्थित गौड़ीय मठ- मंदिर , बिरला मंदिर, महावीर मंदिर सहित अन्य मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया था. सोमवार को सुबह से ही मंदिरों में भजन-कीर्तन शुरू हो गया. लड्डू गोपाल का अभिषेक पूजन किया गया. मंदिर में महिला मंडली ने भजन-कीर्तन पर थिरकती नजर आयीं. रात एक बजे तक श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. जन्मोत्सव के साथ ही श्रीकृष्ण का अभिषेक दूध -दही से किया गया.

घरों से लेकर मंदिरों तक में गूंजा नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की…  

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: राजधानी में सजा गोविंद का दरबार, मंदिरों में उत्साह व उमंग में झूमे श्याम भक्त 3

इस्कॉन मंदिर, बुद्ध मार्ग :
इस्कॉन मंदिर में सुबह सात बजे से लेकर रात 12 बजे तक श्रद्धालुओं ने भगवान का दर्शन किया. इस्कॉन के नंद गोपाल दास ने बताया कि 108 तीर्थ जल व 251 चांदी के कलश से ब्रह्म संहिता के सस्वर पाठ के बीच और दक्षिणायन शंख से भगवान का अभिषेक किया गया. मंदिर के उत्सव हॉल में कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान के अभिषेक से सुबह 11 बजे हरे कृष्ण भक्तों द्वारा भजन कीर्तन के साथ शुभारंभ हुआ और भव्य आरती उतारी गयी.

दोपहर एक बजे से तीन बजे तक धार्मिक कार्यक्रम हुए. मौके एल एन पोद्दार, लोक प्रकाश सिंह, सुनील कुमार सिन्हा अमित अधिकारी मौजूद रहे. मंदिर में रात 12 बजे फूलों की पंखुड़ियों से भगवान का महाभिषेक हुआ. मंदिर परिसर व उसके बाहर सीसीटीवी कैमरों की मदद से नजर रखी गयी. पुरुष और महिलाओं के मंदिर परिसर में प्रवेश के लिए अलग-अलग गेट तैयार था.

इस बार थाईलैंड और बैंकॉक से मंगाये गये फूलों से पूरे मंदिर परिसर को सजाया गया. भगवान को 56 प्रकार के भोग निवेदित किया गया. इस मौके पर पूर्व विधान पार्षद प्रो.रणबीर नंदन ने अपनी धर्मपत्नी नम्रता के साथ इस्कॉन पटना में राधा-कृष्ण विग्रह पर दुग्धाभिषेक किया.

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श्री गौड़ीय मठ, मीठापुर
रात के 12 बजे जन्म आरती के समय मंदिर का पट खुलते ही श्री गौड़ीय मठ मंदिर जय कन्हैया लाल की… के जयकारे से गूंज उठा. लोग नाचने गाने, आनंद मनाने लगे. लोग इस दर्शन का इंतजार पूरे साल करते हैं. दिनभर लोग दर्शन, पूजन के लिए आते रहे. यहां 50 हजार अधिक लोगों ने दर्शन और पूजन किया.

गौड़ीय मठ में सुबह से ही कार्यक्रम चलता रहा. भक्ति रस सार महाराज जी और अन्य मठवाशियों ने मां देवकी गर्भ स्तुति, ब्रह्म संहिता, दशावतार स्त्रोत का पाठ किया. उसके बाद कीर्तन हुआ. दोपहर आरती में हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे. शाम को श्री कृष्ण लीला कथा चला. फिर नंद यशोदा को बधाई कीर्तन चला. कीर्तन के बीच छोटे-छोटे बच्चे जो कृष्ण जैसे मनमोहिनी रूप में सजे थे. उत्साह पूर्वक नाचने लगे, जिससे माहौल और भी भक्तिमय हो गया.


रात्रि 11-12 बजे तक भक्ति रस सार महाराज जी ने भक्तों को श्री कृष्ण जन्म लीला की कथा सुनायी. शुभ मुहूर्त पर शंखनाद करके आह्वान हुआ. 56 भोग अर्पित किया गया. गर्भ मंदिर में ठाकुर जी का पंचगव्य, पंचामृत, पुष्प, मधु इत्यादि से भव्य रूप से महाभिषेक हुआ. नये-नये वस्त्र आभूषण पहनाये गये, सुगंधित पुष्प की माला हार और फूल बंगला बनाकर सजाया गया.   

बिरला मंदिर, सब्जीबाग
सब्जीबाग स्थित बिरला मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी काफी उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया. पूरे मंदिर को रंगीन बल्बों और विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाया गया था. इस मौके पर मंदिर में सुबह से देर रात तक लोगों को आना -जाना लगा रहा. देर रात मुख्य धार्मिक आयोजन हुआ. इस मौके पर हजारों लोग जुटे. रात 12 बजते ही मृदंग-भेरी और शंखनाद के साथ भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया. बाल कृष्ण को झूला-झूला कर लोरियां सुनायी गयी. धार्मिक आयोजन मंदिर के प्रमुख विश्वनाथ शर्मा के देखरेख में संपन्न हुआ. इस बीच भजन- कीर्तन का सिलसिला चलता रहा है.

भीकम दास ठाकुरबाड़ी, बाकरगंज
भीकम दास ठाकुरबाड़ी में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी बड़े धूमधाम से मनाया गया. मुख्य कार्यक्रम शाम सात बजे से शुरू हुआ, जो रात एक बजे तक चला. ठाकुरबाड़ी के मुख्य महंत जय नारायण दास ने बताया कि शाम सात बजे से 12 बजे रात तक भजन- कीर्तन का दौर चला.

भजन- कीर्तन के लिए मोकामा से भजन मंडली आयी. जन्मोत्सव के बाद लोगों के बीच मुख्य प्रसाद पंजिरा के अलावा फल आदि का वितरण किया गया. दास ने बताया कि दो सितंबर को भगवान श्रीकृष्ण का छठिहारी मनायी जायेगी और भंडारा का आयोजन किया जायेगा.

महाराणा प्रताप भवन, आर्य कुमार रोड
महाराणा प्रताप भवन न्यास की ओर से श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर श्रीकृष्ण का फूलों से अलौकिक शृंगार किया गया. इस कार्यक्रम में मटकी फोड़, छप्पन भोग और देश के जाने-माने कलाकारों द्वारा भजन की प्रस्तुति दी गयी. समारोह के दौरान पटना के अलावा कोलकाता एवं अन्य शहरों के कलाकार मौजूद रहे.

समारोह में मास्टर राघव आदमपुर (हरियाणा) स्वरूपा केजरीवाल (कोलकाता) एवं अर्चना टिबड़ेवाल और अंजू टेकरीबाल (पटना) के कलाकारों द्वारा श्रीकृष्ण के जीवन पर आधारित भजन का प्रस्तुति दी गयी. समारोह का समापन रात्रि 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव महा आरती और प्रसाद वितरण के साथ संपन्न हुई.

कार्यक्रम में राधेश्याम अग्रवाल, दीपू अग्रवाल, सुशील अग्रवाल, राकेश शर्मा, आलोक अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल, राधेश्याम अग्रवाल, नवल अग्रवाल, दिलीप अग्रवाल, प्रेम मित्तल, नवीन तरावगी की मुख्य भूमिका रही.

 महावीर मंदिर  
सोमवार को महावीर मंदिर में परंपरागत तरीके से पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गयी. मंदिर के दूसरे तल पर स्थित धनुर्धारी अर्जुन के सारथी बने भगवान कृष्ण के दिव्य स्वरूप के समक्ष रात नौ बजे भजन-कीर्तन के साथ जन्माष्टमी उत्सव प्रारंभ हुआ. रात्रि 10.30 बजे से भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति प्रारंभ हुई. सबसे पहले श्रीमद्भागवत महापुराण से श्री कृष्ण के जन्म के प्रसंग का पाठ हुआ.

फिर भागवत पुराण में वर्णित वेदों द्वारा श्रीकृष्ण स्तुति की गयी. मध्य रात्रि 12 बजे से ठीक पहले कन्हैया को धनिया से तैयार पंजीरी और शीतल प्रसाद का भोग लगाया गया. ठीक 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण की जन्म आरती हुई. मौके पर महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल, पंडित भवनाथ झा, मन्दिर के पुरोहित गजानन जोशी समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे.

दादीजी मंदिर  
दादीजी मंदिर में तीन दिवसीय श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के दूसरे दिन सोमवार अर्चना एवं अंजू टेकरीवाल के नेतृत्व में 251 महिलाओं द्वारा सामूहिक सुंदरकांड का पाठ किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत कोलकाता के कलाकारों ने राधा कृष्ण नृत्य नाटिका से किया. कृष्ण राधा का प्रेम प्रसंग को बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया था.

फूलों की वर्षा की गयी. गोपियों संग श्री कृष्ण की नटखट लीला हुई. मुरादाबाद के सनी चड्ढा, समस्तीपुर के धर्मेंद्र सिंह, कटिहार के आदर्श दाधीच, धनबाद की अर्चना गोस्वामी, दिल्ली की उर्वशी शर्मा, नवगछिया के नागेन्द्र झा एवं पटना श्याम मंडल के सदस्यों ने एक से एक भजनों की प्रस्तुति दी.

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र
बुद्धा कॉलोनी स्थित ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र में सोमवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सभी भाई- बहनों ने बड़े उमंग उत्साह से इस पर्व को मनाया. साथ ही सतयुगी दुनिया लाने के लिए संगठित योग भी किए. इस मौके पर सेवा केंद्र की संचालिका बी के मृदुल बहन ने बताया कि अपने सोलह कला संपूर्ण रूप से धरती पर प्रकट होकर नूतन सतयुगी सृष्टि की शुरुआत करने वाले आदि देव ,प्रथम महाराज कुमार,सर्व गुण संपन्न,संपूर्ण निर्विकारी, श्री कृष्ण जी के जन्मोत्सव का यादगार पर्व श्री कृष्ण जन्माष्टमी है. साथ ही बहन दीपा, निदेशक अरुणोदया आदि मौजूद रहीं.

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