अमिताभ श्रीवास्तव/संतोष कुमार
प्रकाश उत्सव: ‘जाहर पीर जगतगुरु बाबा’,… ‘नाम खुमारी नानका, चढ़ी रहे दिन रात’,… ‘ना कोई हिंदू ना कोई मुसलमान, पांच तत्व का पुतला नानक मेरा नाम’…,सरीखे शबद कीर्तन की तान जब रागी जत्थों ने छेड़ी तब संगत निहाल हो गयी. मौका था सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव जी महाराज के प्रकाश पर्व पर शुक्रवार को तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में सजे विशेष दीवान का.
विशेष दीवान की शुरुआत जपुजी साहिब की पाठ व आशा दी वार से रागी जत्था पटियाला से आये भाई लाल सिंह व भाई हिम्मत सिंह फक्कर ने की. इसके बाद रानीगंज पश्चिम बंगाल से आये रविंद्र सिंह,देहरादून के रागी भाई करनैल सिंह,तरण तारण से आये कवीशरी जत्था भाई समशेर सिंह,अमृतसर दरबार साहिब के भाई किशोर सिंह ने शबद कीर्तन की.
गुरु नानक देव के आदर्शों से प्रेरणा लेकर कार्य करें
कथा वाचक ज्ञानी दलजीत सिंह व ज्ञानी सुखदेव सिंह ने कथा करते हुए कहा कि गुरु नानक देव जी महाराज ने जीवन दर्शन में आध्यात्मिक व सांसारिक उन्नति के लिए तीन सिद्धांत निश्चित किया था. जिसकी प्रासंगिकता आज के बदले परिवेश में बढ़ गयी है. तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह ने विशेष दीवान की समाप्ति विश्व शांति व भाईचारे के लिए अरदास व अतिरिक्त मुख्य ग्रंथी ज्ञानी दिलीप सिंह हुकुमनामा और शस्त्र दर्शन कराया.
सैकड़ों लोगों ने अमृत छक सिख पंथ की ली दीक्षा
अमृत बांटा कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने अमृत छक सिख पंथ की दीक्षा ली. शाम को भी सजे विशेष दीवान भजन कीर्तन व कथा प्रवचन का दौर चला. बाल लीला गुरुद्वारा में अखंड पाठ की समाप्ति के बाद गुरु महाराज पर कथा वहीं, रागी ने शबद कीर्तन किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता बाबा गुरविंदर सिंह ने की.
विशेष दीवान में श्रद्धा अर्पित करने पहुंचे संगत
विशेष दीवान में श्रद्धा अर्पित करने के लिए तख्त श्री हरमंदिर साहिब प्रबंधक कमेटी के पदधारकों में महासचिव इंद्रजीत सिंह के साथ सरदार प्रेम सिंह, इंद्रजीत सिंह बग्गा, दिलीप सिंह पटेल, दलजीत सिंह, महाकांत राय,पपींद्र सिंह, सूरज सिंह, भोला सिंह, हरनाम सिंह, त्रिलोक सिंह निषाद समेत काफी संख्या में सिख संगत शामिल थे. जिसमें पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, ओडिशा, झारखंड समेत अन्य प्रांतों से आयी संगत भी शामिल थी.
प्रकाश उत्सव पर आनंद साहिब का पाठ
तख्त श्री हरमंदिर साहिब में शाम को सजे विशेष दीवान में कीर्तन शोदर अमृतसर दरबार साहिब के भाई किशोर सिंह ने की. इसके बाद पाठ रहिरास साहिब, आरती, हुकुम के उपरांत कथा वाचक ज्ञानी सुखदेव सिंह ने कथा की,इसके बाद कीर्तन तरण तारण के कवीशरी जत्था भाई समशेर सिंह, पटियाला से आये भाई लाल सिंह व भाई हिम्मत सिंह फक्कड़,,देहरादून के रागी भाई करनैल सिंह ने की.
आधी रात को हुआ गुरु नानक देव जी का प्रकाश
शुक्रवार की आधी रात को गुरु नानक देव जी महाराज का प्रकाश उत्सव हुआ. इससे पहले बीते दो दिनों से अतिरिक्त मुख्य ग्रंथी ज्ञानी दिलीप सिंह की देखरेख में चल रहे श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ की समाप्ति हुई. इसके बाद प्रकाश उत्सव मनाया गया.
जिसमें कथा वाचक ज्ञानी गगनदीप सिंह ने गुरु महाराज के जन्म पर कथा की, तब रागी जत्था भाई करनैल सिंह ने कीर्तन की. प्रकाश उत्सव के बाद आनंद साहिब जी का पाठ, आरती, अरदास व हुकूमनामा के उपरांत कड़ा प्रसाद बंटा. कार्यक्रम में उपस्थित श्रद्धालुओं ने पुष्प बरसा की. स्टेज की सेवा ज्ञानी सुखदेव सिंह ने निभायी.
बाल लीला गुरुद्वारा में सजा विशेष दीवान
बाल लीला मैनी संगत गुरुद्वारा में भी प्रकाश पर्व को लेकर विशेष दीवान सजा. दो दिनों से चल रहे श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ की समाप्ति आज हुई. इसके बाद बाबा गुरविंदर सिंह की देखरेख में सजे विशेष दीवान में कथा वाचक ज्ञानी सतनाम सिंह ने गुरु महाराज के जीवन दर्शन पर कथा की. इसके बाद बाबा चमकौर सिंह,बाबा मिंटा सिंह और अधिवक्ता सत्येंद्र मिश्र ने गुरु महाराज के जीवन दर्शन पर कथा की. अमेरिका निवासी अमृतसर से आये भाई ज्ञान सिंह ने शबद कीर्तन की. अरदास के साथ विशेष दीवान का समापन हुआ. प्रबंधक राजन सिंह की देखरेख में गुरु का विशेष लंगर भी चला.
अमृत बांटा में किया अमृतपान
प्रकाश पर्व के पावन मौके पर दोपहर में सजे विशेष दीवान की समाप्ति के बाद तख्त साहिब के ऊपरी मंजिल पर अमृत बांटा का आयोजन किया गया. जहां पर पंच ककार व केसी स्नान के साथ पहुंची दर्जनों संगत ने अमृत पान किया.
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