Patna News : बजाज फाइनांस का अफसर बन लोन देने के नाम पर करते थे ठगी, तेलंगाना के छह धराये

साइबर थाने की पुलिस ने बजाज फाइनांस का अफसर बन कर लोन देने के नाम पर ठगी करने वाले तेलंगाना के छह युवकों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, इस गिरोह का संचालन करने वाले नालंदा निवासी दो युवक फरार हो गये़

By Prabhat Khabar News Desk | December 2, 2024 1:42 AM
an image

संवाददाता, पटना : प्रदेश में बजाज फाइनांस कंपनी के अधिकारी बन कर लोन देने के नाम पर ठगी करने वाले साइबर अपराधियों के एक गिरोह का खुलासा हुआ है. पटना की साइबर थाने की पुलिस ने रामकृष्णा नगर थाना क्षेत्र स्थित एक मकान से इस गिरोह में शामिल तेलंगाना के छह युवकों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, गिरोह का संचालन करने वाले नालंदा निवासी दो युवक फरार हो गये़ ठगी में इस्तेमाल होने वाले 30 से अधिक मोबाइल फोन को जब्त किया गया है. यह जानकारी रविवार को एसडीपीओ राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने साइबर थाने में आयाेजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. उन्होंने बताया कि बीते एक महीने से साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए हमारी दो टीमें प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से साइबर अपराधियों को ट्रेस कर रही थीं. इसी कड़ी में कुछ मोबाइल नंबरों को ट्रेस करते हुए रामकृष्णा नगर थाने के पूर्वी आशोपुर के पूर्वी लक्ष्मीनगर रोड नंबर-03 पहुंची, तो पता चला कि एक किराये के मकान में तेलंगाना के छह युवक बजाज फाइनेंस कंपनी का अधिकारी बन कर लोगों को अलग-अलग मोबाइल से फोन किया करते हैं और लोन देने के नाम पर ठगी करते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि इस गिरोह के संचालक नालंदा के दीपनगर के रहने वाले दो युवक सूरज व शंभु हैं, जो फरार हैं. दोनों को पकड़ने के लिए छापेमारी चल रही है. गिरफ्तार युवकों के नाम अभिलाष, दुर्गम, मानूमल्ला, पिट्टा, दुर्गम व सुनराकर हैं.

मेट्रो में नौकरी के नाम पर तेलंगाना से युवकों को बुलाया था

साइबर पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार छह युवकों ने बताया कि सूरज व शंभु ने उन्हें मेट्रो निर्माण कंपनी में नौकरी के नाम पर तेलंगाना से पटना बुलाया था. शुरुआती दिनों में उन्हें बजाज फाइनांस कंपनी का लोन अधिकारी बता कर लोगों को फोन करने का काम दिया गया. इसका डेटा भी वहीं दोनों दिया करते थे. इनमें दो युवक स्नातक हैं. इस काम के लिए छह युवक को 15-20 हजार तनख्वाह भी दिया जाने लगा. युवकों ने यह भी बताया कि कुछ दिनों बाद जब वे समझ गये कि सूरज व शंभु उनसे साइबर फ्राड का काम करवा रहे हैं, तो उन्हें हर ठगी पर कमीशन भी दिया जाने लगा.

सोशल मीडिया पर लोन का एड देकर करते थे ठगी, 30 से अधिक मोबाइल जब्त

एसडीपीओने बताया कि छह युवकों ने ठगी के लिए फेसबुक व इंस्टाग्राम को अपना हथियार बनाया हैं. सभी लोग सोशल मीडिया साइटों पर लाेन का एड देते थे व इसमें यह भी बताते थे कि हमारी कंपनी लोन के लिए फर्जी दस्तावेज भी बनाती हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version