Smart city ranking: बिहार के स्मार्ट सिटी को किसकी लगी नजर? पटना, भागलपुर सहित अन्य शहरों की लगातार गिरती जा रही रैंकिंग

स्मार्ट सिटी की दौड़ में बिहार के शहरों की रैंकिंग लगातार पीछे हो रही है. स्मार्ट सिटी को लेकर कभी टॉप 20 शहरों में रहने वाला पटना अब काफी पीछे चला गया है. वहीं, भागलपुर व बिहारशरीफ भी टॉप 100 रैंकिंग में काफी पीछे हैं. खास बात है कि पटना पहले से अहमदाबाद, सूरत व इंदौर जैसे बड़े शहरों से पीछे तो है ही, अब पटना और दोनों बिहारी शहरों की स्थिति वाराणसी और रांची जैसे समकक्ष शहरों से भी लगातार नीचे चली गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 30, 2020 9:11 AM
an image

स्मार्ट सिटी की दौड़ में बिहार के शहरों की रैंकिंग लगातार पीछे हो रही है. स्मार्ट सिटी को लेकर कभी टॉप 20 शहरों में रहने वाला पटना अब काफी पीछे चला गया है. वहीं, भागलपुर व बिहारशरीफ भी टॉप 100 रैंकिंग में काफी पीछे हैं. खास बात है कि पटना पहले से अहमदाबाद, सूरत व इंदौर जैसे बड़े शहरों से पीछे तो है ही, अब पटना और दोनों बिहारी शहरों की स्थिति वाराणसी और रांची जैसे समकक्ष शहरों से भी लगातार नीचे चली गयी है.

क्या कहती है नवंबर माह के अंत तक जारी अपडेट रिपोर्ट

नवंबर माह के अंत तक जारी अपडेट रिपोर्ट के अनुसार पटना की रैंकिंग 35 वें नंबर पर, भागलपुर की 66 वें और बिहारशरीफ की 67 वें नंबर पर थी, जबकि वाराणसी ने लंबी उछाल लेते हुए अपनी रैंकिंग बड़े शहरों के बराबर कर ली है. वर्तमान में वाराणसी की स्मार्ट सिटी रैंकिंग पांचवें नंबर पर पहुंच गयी है. वहीं, रांची की रैंकिंग भी पटना से 12 अंक बेहतर वर्तमान में 23 वें स्थान पर है.

ऐसे वाराणसी से भी पीछे हुआ पटना

देश में स्मार्ट सिटी की योजना वर्ष 2015 से चल रही है. अब वाराणसी में काम की रफ्तार इतनी तेज हो चुकी है कि वर्ष 2022 तक एक हजार करोड़ से प्रोजेक्ट पूरे हो जायेंगे. इसमें गोदौलिया चौराहे पर 21.17 करोड़, मछोदरी स्कूल पर 14 करोड़ से स्मार्ट स्कूल, 15 करोड़ से पांच तालाबों का कायाकल्प, 23 करोड़ से टाउन हॉल पार्किंग, 90 करोड़ से बेनियाबाग पार्किंग, 12 करोड़ की लागत से गंगा घाटों की मरम्मत, पांच करोड़ की लागत से हेरिटेड साइनेज इसके अलावा संपूर्णानंद स्टेडियम, बिजली मॉनीटरिंग की व्यवस्था, 21 करोड़ से चार्जिंग स्टेशन आदि जैसी कई योजनाएं चल रही हैं. इन पर अधिकतर में काम पूरा होने की स्थिति में हैं. वहीं , पटना स्मार्ट सिटी के पहले फेज में 1017 करोड़ की लागत से कई योजनाएं शुरू की गयी थीं. इनमें बाकरगंज नाला, मंदिरी नाला, इंटरनेशनल लाइब्रेरी, अदालतगंज तालाब व वीरचंद पटेल पथ पर आदर्श शहर बनाने की योजनाएं थीं. इनमें एक दो को छोड़ कर अधिकतर योजनाओं पर ब्रेक लग चुका है.

Also Read: Indian Railways News: बिहार आने-जाने वाली पांच जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का समय बदला, यात्रा करने से पहले जा लें नया टाइम शेड्यूल
स्मार्ट सिटी की दौड़ में रांची भी आगे

स्मार्ट सिटी की दौड़ में पटना, भागलपुर व बिहारशरीफ जैसे शहरों से रांची की रैंकिंग काफी बेहतर है. प्रोजेक्ट की शुरुआत करने में रांची को 25.16 अंक, जबकि पटना को 23.37, भागलपुर को 18.14 व बिहारशरीफ को 15.86 अंक मिले हैं. वहीं, फंड ट्रांसफर रैंक में रांची को 12.16, जबकि पटना को 13.71, भागलपुर को 14 व बिहारशरीफ को 12.83 अंक मिले हैं. फंड की उपयोगिता को लेकर रांची को 13.85, जबकि पटना को 7, भागलपुर को 1.66 व बिहारशरीफ को 2.97 अंक मिले हैं. प्रोजेक्ट रैंकिंग में रांची को 10.00, जबकि पटना को 10.5, भागलपुर को पांच व बिहारशरीफ को सात अंक मिले हैं.

वाराणसी व अन्य शहरों से सीख

नगर विकास व आवास विभाग के निर्देश पर हाल में ही अधिकारियों की टीम ने सूरत व इंदौर जैसे शहरों का दौरा किया था. हाल में ही पटना नगर आयुक्त ने वाराणसी नगर निगम का दौरा किया है. अब इन शहरों की रिपोर्ट बनायी जा रही है, ताकि उसके अनुसार काम कर जल्द- से- जल्द स्मार्ट सिटी की योजनाओं को पूरा किया जा सके.

Posted by: Thakur Shaktilochan

Exit mobile version