बिहार में अब डाकिया करेंगे आपके स्मार्ट मीटर को रिचार्ज, गांव-गांव दी जायेगी ट्रेनिंग
Smart Meter in Bihar : शहरी और ग्रामीण इलाकों में स्मार्ट मीटर रिचार्ज के लिए डाकिया को प्रशिक्षित किया जा रहा है. राजधानी के शहरी इलाकों में लगभग 95 प्रतिशत से अधिक स्मार्ट मीटर इंस्टॉल किया जा चुके हैं और ग्रामीण इलाकों में यह आंकड़ा 50 प्रतिशत के अधिक है.
Smart Meter in Bihar : पटना. बिहार में अब डाकिया स्मार्ट मीटर रिचार्ज करेंगे. स्मार्ट मीटर को रिचार्ज करने को लेकर शहरी और ग्रामीण इलाकों में लोगों को काफी दिक्कत हो रही है. खास कर ग्रामीण इलाकों में लोगों का कहना है कि उनके लिए खुद से रिचार्ज करना संभव नहीं है. शहरों में भी कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने विभाग को सूचित किया है कि उनके लिए खुद रिचार्ज करना मुश्किल है. ऐसे में विभाग ने यह रास्ता निकाला है. शहरी और ग्रामीण इलाकों में स्मार्ट मीटर रिचार्ज के लिए डाकिया को प्रशिक्षित किया जा रहा है. राजधानी के शहरी इलाकों में लगभग 95 प्रतिशत से अधिक स्मार्ट मीटर इंस्टॉल किया जा चुके हैं और ग्रामीण इलाकों में यह आंकड़ा 50 प्रतिशत के अधिक है.
कई लोगों को ऑनलाइन पेमेंट, तो कई के पास एप की जानकारी नहीं
इसको लेकर बिजली कंपनी जल्द ही जागरूकता शिविर लगा रही है. कुछ महीने पहले राजधानी के रूरल सर्किल वाले इलाकों में कनीय अभियंता को ग्रामीणों के बीच स्मार्ट मीटर की विशेषता बताने की जिम्मेदारी दी गयी थी. इसमें रूरल सर्किल के कनीय अभियंता ग्रामीणों के घरों में जाकर स्मार्ट मीटर रिचार्ज का सरल उपाय व स्मार्ट मीटर में अधिक बिजली बिल उत्पन्न होने वाली धारणा को दूर करने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन ग्रामीण इलाकों में बड़े पैमाने पर यह बात सामने आयी कि कई उपभोक्ताओं के लिए यह काम संभव ही नहीं है. कई परिवारों के पास तो फोन ही नहीं है. कई परिवारों ने एप या ऑन लाइन पेमेंट से खुद को अनभिग्य बताया.
अगले साल तक पूरा करना है लक्ष्य
ऐसे में अब बिजली कंपनियों ने शहरी और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को डाकिया द्वारा स्मार्ट मीटर रिचार्ज करने की सुविधा देने का फैसला किया है. सूत्रों के अनुसार ग्रामीण इलाकों में 2025 के अंतिम तक हर घर स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य दिया गया है, जिसको पूरा करने के लिए बिजली कंपनियां हर मुमकिन कोशिश कर रही हैं. इसी कड़ी में ग्रामीण डाक सेवकों को जल्द ही स्मार्ट मीटर के बारे में ट्रेनिंग देने का काम शुरू किया जा सकता है, ताकि ग्रामीणों को स्मार्ट मीटर रिचार्ज करने में किसी तरह की दुविधा न हो.