Smart Meter: सरकार ने बताया बिहार में हर घर में क्यों लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर, 5 प्वाइंट में जानें इसके फायदे

Smart Meter: बिहार के हर घर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने का अभियान चल रहा है. इसे लेकर लोगों के मन में कई प्रकार के सवाल भी हैं. राज्य सरकार ने इसे लेकर जानकारी साझा की है.

By Anand Shekhar | November 27, 2024 5:13 PM
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Smart Meter: बिहार सरकार के ऊर्जा विभाग ने राज्य के हर घर में बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया तेज कर दी है. कई जगहों पर लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं. इस पर राज्य सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर जानकारी साझा करते हुए इसके फायदे बताए हैं. बताया गया है कि उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पुराने पारंपरिक मीटरों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बदला जा रहा है.

अब जानें स्मार्ट मीटर के फायदे

  1. बिजली बिल में गड़बड़ी नहीं: ऊर्जा विभाग की ओर से जारी सूचना में बताया गया है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर में मीटर रीडिंग और बिलिंग का काम बिना किसी हस्तक्षेप के पूरी तरह से स्वचालित तरीके से हो जाता है. इससे बिजली बिल में किसी तरह की गड़बड़ी की संभावना नहीं रहती.
  2. बिजली की बचत: स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को दैनिक ऊर्जा खपत और राशि कटौती की जानकारी रियल टाइम में देता है, जिससे उपभोक्ता अपनी उपयोग की आदतों को बेहतर ढंग से समझ पाते हैं. वास्तविक समय के डेटा उपलब्ध होने से, बिजली बचाने के लिए जरूरत से अधिक बिजली की खपत को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे उपभोक्ताओं को अपने खर्च कम करने में मदद मिलती है.
  3. ऑनलाइन रिचार्ज की सुविधा: स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को बिजली बिल जमा करने के लिए बिजली विभाग के दफ्तर जाने की जरूरत नहीं पड़ती. वे अपनी जरूरत के अनुसार घर बैठे ही ऑनलाइन स्मार्ट मीटर को किसी भी राशि से रिचार्ज कर सकते हैं.
  4. एडवांस पेमेंट पर मिलेगा ब्याज: अगर उपभोक्ता अपने स्मार्ट मीटर में 2000 रुपये या उससे अधिक की राशि रखते हैं तो बिजली कंपनी उन्हें उस राशि पर ब्याज देती है. अगर आप 2000 रुपये या उससे अधिक की राशि तीन महीने तक रखते हैं तो आपको बैंक दर से अधिक ब्याज मिलता है. अगर आप इसे 3-6 महीने तक रखते हैं तो आपको बैंक दर से 0.25% अधिक ब्याज मिलता है और अगर आप इसे 6 महीने से अधिक समय तक रखते हैं तो आपको बैंक दर से 0.5% अधिक ब्याज मिलता है.
  5. नहीं लगता विलंब शुल्क: स्मार्ट मीटर होने के कारण उपभोक्ता अपने बिजली खपत का प्रीपेड भुगतान करते हैं. इससे विलंब शुल्क की कोई संभावना नहीं रहती.
स्मार्ट मीटर को जानें

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