अब आसान होगा पासपोर्ट से जुड़ी समस्याओं का हल, पटना में खुलेगा देश का चौथा विदेश भवन
Videsh Bhawan: इस पहल का उद्देश्य पासपोर्ट सेवाओं को सुव्यवस्थित करना और यह सुनिश्चित करना है कि आवेदकों की चिंताओं का समाधान एक ही छत के नीचे कुशलतापूर्वक किया जाए. नई सुविधा बिहार में पासपोर्ट चाहने वालों के लिए अधिक सुलभ और उपयोगकर्ता के अनुकूल अनुभव का वादा करती है.
Videsh Bhawan: पटना. बिहार के लोगों को पासपोर्ट से जुड़ी समस्याओं के लिए अब दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा. पासपोर्ट से जुड़ी सहायता के लिए देश का चौथा विदेश भवन पटना में बनने जा रहा है. यहां पासपोर्ट से जुड़ी हर समस्याओं का हल होगा. यह केंद्र एक व्यापक समाधान केंद्र के रूप में कार्य करेगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि आवेदकों को अपना पासपोर्ट प्राप्त करने में कोई बाधा न आए. क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के साथ-साथ विदेश भवन पूरे बिहार में आवेदकों को सहायता प्रदान करेगा. वर्तमान में विदेश भवन केवल मुंबई और भोपाल में है, जबकि रांची में एक और भवन निर्माणाधीन है. पटना इस सुविधा की मेजबानी करने वाला भारत का चौथा शहर बनने वाला है.
उन्नत पासपोर्ट आवेदन प्रक्रिया
बिहार सरकार ने इसके निर्माण के लिए गर्दनीबाग में भूमि आवंटित की है, जो जल्द ही शुरू हो जाएगी. पहले आवेदकों को पासपोर्ट संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए क्षेत्रीय कार्यालय या विदेश मंत्रालय पर निर्भर रहना पड़ता था. अब विदेश भवन ऐसी सभी चिंताओं का समाधान करेगा. यह पूरे राज्य से आने वाले आवेदनों की समीक्षा भी करेगा, जिसका उद्देश्य विभिन्न कारणों से अस्वीकृति दर को कम करना है, जो पहले 20 प्रतिशत थी. विदेश भवन में आवेदकों को कई सुविधाओं का लाभ मिलेगा. वे किसी भी समस्या के लिए सीधे केंद्र से संपर्क कर सकते हैं और आवेदन संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं. आवेदन करने से पहले सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध होगी, जिससे एजेंटों पर निर्भरता खत्म हो जाएगी.
विदेश नीति में बिहार की भूमिका
पटना में विदेश भवन की स्थापना से बिहार का विदेश नीति मामलों से सीधा जुड़ाव स्पष्ट होता है. विदेश नीति से जुड़ी गतिविधियों का राज्य पर ठोस प्रभाव पड़ेगा, जिससे अंतरराष्ट्रीय मामलों में उसकी भागीदारी बढ़ेगी. क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय बिहार की क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी स्वधा रिजवी ने बताया, “पटना देश का चौथा शहर है, जहां विदेश भवन बनाया जाएगा.” उन्होंने कहा कि इसके बनने से बिहार विदेश नीति से सीधे जुड़ जाएगा. विदेश नीति के तहत जो भी गतिविधियां होंगी, उसका सीधा असर बिहार पर पड़ेगा. इस पहल का उद्देश्य पासपोर्ट सेवाओं को सुव्यवस्थित करना और यह सुनिश्चित करना है कि आवेदकों की चिंताओं का समाधान एक ही छत के नीचे कुशलतापूर्वक किया जाए. नई सुविधा बिहार में पासपोर्ट चाहने वालों के लिए अधिक सुलभ और उपयोगकर्ता के अनुकूल अनुभव का वादा करती है.
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