सिंचाई के लिए 30 अक्तूबर तक खुला रहेगा सोन नदी का फाटक
रबी और खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए नहरों को खोलने तथा बंद करने की तिथियों में परिवर्तन किया गया है. इसके अनुसार, खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए 20 मई से सोन नहर खुलेगी.
– कोसी और गंडक नहर को भी खोलने की तिथि निर्धारित संवाददाता, पटना रबी और खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए नहरों को खोलने तथा बंद करने की तिथियों में परिवर्तन किया गया है. इसके अनुसार, खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए 20 मई से सोन नहर खुलेगी. 30 अक्तूबर तक यह नहर खुली रहेगी. इसके अलावा सोन नहर को रबी फसलों की सिंचाई के लिए 10 दिसंबर से 10 अप्रैल तक खोला जायेगा. वहीं, चंदन, बदुआ और अन्य परियोजनाओं में पानी उपलब्ध रहने पर सोन नहर प्रणाली के लिए इन तिथियों में ही जलापूर्ति की जायेगी. इसके अलावा कोसी और गंडक नहर को भी खोलने की तिथि निर्धारित की गयी है. गरमा और खरीफ फसल के लिए कोसी नहर 25 अप्रैल से 25 अक्तूबर तक खुलेगी. रबी फसल के लिए 10 दिसंबर से 25 मार्च तक कोसी नहर खोली जायेगी. खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए गंडक नहर को 25 अप्रैल से 25 अक्तूबर और रबी फसल के लिए 10 दिसंबर से 25 मार्च तक खोला जायेगा. किसानों और वैज्ञानिकों के परामर्श से समय में परिवर्तन राज्य में नयी और उन्नत किस्म के बीजों व खाद का प्रयोग हो रहा है. नयी तरह की खेती भी शुरू हुई है. इसके लिए नहरों को खाेलने और बंद करने के समय में परिवर्तन की जरूरत महसूस की गयी थी. इसे लेकर वैज्ञानिकों और किसानों से राय ली गयी. आइसीएआर के जल प्रबंधन निदेशालय का सुझाव लिया गया. इसके अनुसार नहरों को खोलने और बंद करने की तिथि तय की गयी.
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