प्रवासियों के हितों की रक्षा के लिए बनाया गया विशेष कोषांग
राज्यभर से बाहर देश-विदेश में काम करने वाले प्रवासियों के हितों की सुरक्षा के लिए विशेष कोषांग बनाने का काम लगभग पूरा हो गया है.
– श्रम संसाधन विभाग ने तैयार की योजना, प्रवासी मजदूरों को होगा लाभ – दुर्घटना के बाद मजदूरों को मिलेगी तुरंत सहायता संवाददाता, पटना राज्यभर से बाहर देश-विदेश में काम करने वाले प्रवासियों के हितों की सुरक्षा के लिए विशेष कोषांग बनाने का काम लगभग पूरा हो गया है. श्रम संसाधन विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है.इसके लिए दिल्ली में अवस्थित बिहार भवन से लेकर राज्य मुख्यालय में पदों का सृजन किया जा रहा है, ताकि प्रवासियों को दूसरे राज्यों या विदेशों में किसी भी तरह की हताहत या दुर्घटना होने पर सहायता मिल सकें. साथ ही, विशेष योजना के बाद छोटी से छोटी दुर्घटना होने पर उन्हें लाभ पहुंचाने में अधिकारियों को परेशानी नहीं होगी. कोषांग में एक टेलीफोन नंबर भी रहेगा जिसका नंबर सार्वजनिक किया जायेगा.कोषांग में यह व्यवस्था रहेगी कि शिकायत मिलते ही उन राज्यों से संपर्क करके प्रवासियों की समस्याओं का निबटारा किया जाये. 45 लाख से अधिक मजदूर बिहार से बाहर करते हैं काम बिहार से बाहर रहकर 45 लाख 78 हजार से अधिक लोग रोजी-रोजगार करते है. वहीं, पांच लाख 52 हजार बिहारी छात्र दूसरे राज्यों में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. साथ ही, विदेशों में पढ़ाई करने वालों की संख्या मात्र 23 हजार 738 है, जो कुल आबादी का 0.02 फीसदी है. यदा-कदा इन प्रवासी बिहारियों को कुछ न कुछ समस्या होते रहती है. ऐसे में दिल्ली में अवस्थित स्थानीक आयुक्त के माध्यम से प्रवासियों को बिहार लाने का इंतजाम किया जाता है, लेकिन इसमें परेशानी होती है. पटना से श्रम विभाग के अधिकारियों को दिल्ली या घटना वाले राज्यों में भेजना पड़ता है. इन पदों का अबतक किया गया सृजन दिल्ली कार्यालय के लिए सहायक श्रमायुक्त और उप श्रमायुक्त का पद सृजन किया गया है. वर्तमान में वहां श्रम अधीक्षक कार्यरत हैं. वहीं श्रम संसाधन विभाग के मुख्यालय में भी प्रवासी कोषांग बनाकर श्रम अधीक्षक, सहायक श्रमायुक्त और उप श्रमायुक्त का पद सृजित किया गया है. कोषांग के अधिकारी प्रवासियों को देश-विदेश से लाने का इंतजाम करेंगे.
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