1200 बिहारी यात्रियों को लेकर बिहार के दानापुर रेलवे स्टेशन पहुंची पहली स्पेशल ट्रेन, खिल उठे छात्रों और मजदूरों के आंसुओं से भीगे चेहरे
फुलवारी शरीफ/ खगौल : बिहार के छात्रों कामगारों को लेकर आ रही लॉकडाउन के बीच पहली कोई ट्रेन बिहार की राजधानी पटना के दानापुर रेलवे स्टेशन पहुंच गयी है. इस दौरान ट्रेन से आनेवाले श्रमिकों के आगमन का स्वागत बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य प्रशासन सभी को गंतव्य तक पहुंचायेगा. अब सारे मजदूरों की स्क्रीनिंग की जायेगी. कुल तीन बार स्क्रीनिंग होने के बाद ही सभी लोगों को बसों से भेजा जायेगा.
फुलवारी शरीफ/ खगौल : बिहार के छात्रों कामगारों को लेकर आ रही लॉकडाउन के बीच पहली कोई ट्रेन बिहार की राजधानी पटना के दानापुर रेलवे स्टेशन पहुंच गयी है. इस दौरान ट्रेन से आनेवाले श्रमिकों के आगमन का स्वागत बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य प्रशासन सभी को गंतव्य तक पहुंचायेगा. अब सारे मजदूरों की स्क्रीनिंग की जायेगी. कुल तीन बार स्क्रीनिंग होने के बाद ही सभी लोगों को बसों से भेजा जायेगा.
पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि और एसएसपी उपेंद्र शर्मा के साथ भारी संख्या में फोर्स और आर्मी जवानों की मुस्तैदी के बीच सभी यात्रियों को मेडिकल की टीम स्कैनिंग करके उन्हें उनके गंतव्य स्थानों तक जानेवाली बसों में बैठाने में लगी है. सबसे पहले बाहर से आये बिहारी यात्रियों के सोशल डिस्टेन्सिंग के साथ स्टेशन पर उतरने और बाहर निकलने के लिए एक विशेष टीम लगी हुई थी. वहीं, बार बार सभी यात्रयो को आराम से अपनी बारी का इंतजार करके ही ट्रेन से उतरने की उद्घोषणा की जा रही थी.
जयपुर से बिहारियों को लेकर चली यह ट्रेन आज दोपहर पौने एक बजे आनेवाली थी, जो बाद में दो बजे पहुंची. लॉकडाउन में बाहर फंसे यात्रियों और कामगारों के दानापुर स्टेशन पहुंचते ही प्रशानिक महकमे के लोग हरकत में आ गये और सभी लोगों को बारी-बारी से जांच के लिए ले जाया गया. वहीं, स्टेशन पर स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कैनिंग करने के बाद उन्हें उनकी बसों में जाने का इशारा कर रही थी. स्टेशन के बाहर करीब सौ बसों का इंतजाम किया गया है.
Also Read: Lockdown in India: दिल्ली से साइकिल से बिहार के खगड़िया आ रहे मजदूर की मौत, सभी साथी मजदूर किये गये क्वॉरेंटिनपटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया की जितने लोग ट्रेन से आये हैं, उन्हें स्कैनिंग के बाद बाहर खड़े उनके इलाके में जानेवाली बसों के जरिये उनके घर भेजा जा रहा है. वहां जाने के बाद उन्हें वहां बनाये गये जांच केंद्रों पर ले जाकर इनकी जांच की जायेगी. इसके बाद जांच रिपोर्ट के अनुसार ही उन्हें घर जाने की इजाजत मिलेगी. बता दें जिन इलाके में जो यात्री जा रहे हैं, उन्हें वहां सरकारी स्तर पर प्रखंड स्तरीय क्वॉरेंटिन सेंटरों में रखा जायेगा.
Also Read: बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों के आने को लेकर बिहार तैयार, नीतीश बोले- कमर कस लें अधिकारी Also Read: बिहार : गाजियाबाद निवासी SSB के सब इंस्पेक्टर ने सिर में गोली मार कर सीतामढ़ी में की खुदकुशीजयपुर से पटना के दानापुर स्टेशन पहुंचनेवाली लगभग 24 डिब्बों वाली इस ट्रेन में तकरीबन 1200 यात्री सवार हैं. इसे लेकर रेलवे के अधिकारियों रेलवे के कर्मचारियों सहित इस कार्य के लिए सेना को भी लगाया गया है. इसकी मॉनीटरिंग पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि कर रहे हैं. जिलाधिकारी ठीक 11:00 बजे दानापुर जंक्शन पहुंच गये और अधिकारियों-कर्मचारियों को कई दिशा-निर्देश दिये. जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि अभी एक ट्रेन जयपुर से चल कर पटना पहुंचनेवाली है. इसके बाद अगर जरूरत पड़ी, तो और भी ट्रेन छात्रों और मजदूरों को लाने के लिए लगाया जा सकता है.
Also Read: प्रवासी मजदूरों के बिहार लौटने की व्यवस्था पर लालू यादव ने किया ‘छोटे भाई’ पर कटाक्ष, कहा…लॉकडाउन के बीच बिहार में पहली ट्रेन के दानापुर स्टेशन पहुंचते ही ट्रेन में बैठे छात्रों और मजदूरों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली. आंखों में छलकते आंसू स्पष्ट बता रहे थे कि आखिर उन्हें अपने और अपने घरवालों की कितनी जरूरत थी. इन लोगों के स्वागत और सुरक्षा के लिए उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो, सभी बातों को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी के साथ-साथ रेलवे अधिकारियों और आर्मी जवानों ने पूरी ताकत झोंक दी थी. रेलवे अधिकारी जहां यात्रियों के क्वॉरेंटिन सेंटर की व्यवस्था में लगे थे, वहीं पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि खुद लोगों को बसों में भेजने की व्यवस्था में लगे थे. दूसरी तरफ, आर्मी जवान दानापुर स्टेशन पहुंचनेवाले लोगों के लिए खाने-पाने की व्यवस्था में जुटे थे.
Also Read: खाद्य सुरक्षा कानून और गरीब अन्न योजना लाभार्थी सूची के अंतर को दूर करे बिहार : रामविलास पासवान