दरभंगा एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट का एकछत्र राज हुआ खत्म, अब दूसरी विमानन कंपनियों के लिए खुले दरबाजे
शर्त के अनुसार पिछले तीन साल से दिल्ली, बंगलुरू और मुंबई के लिए दरभंगा से सिर्फ स्पाइसजेट की विमानें ही सेवा दे सकती थी. इसके कारण यात्रियों को विमान कंपनी के महंगे टिकटों पर सफर करना मजबूरी बन गई थी, लेकिन अब एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट की एकतरफा राज आज से खत्म हो गया है.
दरभंगा. उड़ान योजना के तहत तीन साल पहले आज के दिन यानी 8 नवंबर को ही दरभंगा एयरपोर्ट से दोबारा विमान सेवाएं शुरू की गयी थी. पिछले तीन वर्षों में दरभंगा एयरपोर्ट उड़ान योजना के तहत शुरू हुई सफलतम एयरपोर्ट है. उड़ान योजना की शर्तों के अनुसार जहां इस एयरपोर्ट पर विमानन कंपनियों को टैक्स में छूट मिल रही है, वहीं एयररूट को लेकर भी तीन साल का एकाधिकार मिला हुआ है. शर्त के अनुसार पिछले तीन साल से दिल्ली, बंगलुरू और मुंबई के लिए दरभंगा से सिर्फ स्पाइसजेट की विमानें ही सेवा दे सकती थी. इसके कारण यात्रियों को विमान कंपनी के महंगे टिकटों पर सफर करना मजबूरी बन गई थी, लेकिन अब एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट की एकतरफा राज आज से खत्म हो गया है. शर्त के तीन साल पूरे होने के बाद अब दरभंगा एयरपोर्ट पर दूसरी विमान कंपनियों के आने का रास्ता साफ हो गया है. लोगों का मामना है कि दूसरे एयरलाइंस के शुरू होने से प्रतिस्पर्धा आएगी और स्पाइसजेट कंपनी के मनमाने किराए से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी.
तीन साल का था अनुबंध
दरअसल, उड़ान योजना के तहत स्पाइसजेट के साथ सरकार ने तीन साल का अनुबंध किया था. इसके तहत नई दिल्ली, बंगलुरू और मुंबई आदि शहरों से हवाई यात्रा एक मात्र स्पाइसजेट विमान के जिम्मे थी. 8 नवंबर 2023 को यह अनुबंध खत्म हो गया है. इसके बाद अब तक कोई दूसरा अनुबंध नहीं किया गया है. अब मिथिला खासकर उत्तर बिहार के लोग दरभंगा एयरपोर्ट से अन्य दूसरे एयरलाइंस की सेवा शुरू करने की मांग शुरू कर दी है. लोगों का कहना है कि दूसरे एयरलाइंस के शुरू होने से प्रतिस्पर्धा आएगी और स्पाइसजेट कंपनी के मनमाने किराए से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी. हालांकि अब तक किसी कंपनी ने इसके लिए पहल नहीं की है.
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दूसरे विमानों के आने का रास्ता साफ
अब जब स्पाइसजेट से तीन वर्ष का एग्रीमेंट आठ नवंबर को खत्म होने को है तो लोगों को ये उम्मीद है कि दूसरे एयरलाइंस भी दरभंगा एयरपोर्ट से अपनी सेवाएं चालू कर सकेगी, जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और किराए भी कम होंगे और यात्रियों को काफी राहत मिलेगी. मिथिला के लोग केंद्र सरकार और अपने जनप्रतिनिधियों से स्पाइसजेट के अलावा अन्य दूसरे एयरलाइंस की उड़ान शुरू कराने की मांग शुरू कर दी है. दरभंगा एयरपोर्ट की शुरुआत उड़ान योजना के तहत आठ नवंबर 2020 से हुई थी. दरभंगा एयरपोर्ट के शुरू होने से मिथिला में खुशी की लहर दौड़ गई थी. दरभंगा एयरपोर्ट से महज तीन वर्षों में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या 17 लाख पार हो गई. महंगे टिकट होने के बावजूद लोग मजबूरी में हवाई यात्रा करते रहे.
संजय झा ने उठाया था महंगे किराये का मुद्दा
सूचना एवं जनसंपर्क सह जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने ट्वीट कर कहा है कि मिथिला के लोगों के लिए इतना महंगा हवाई किराया आखिर कब तक? दशहरा के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर 2023 को यदि कोई व्यक्ति हवाई मार्ग से दरभंगा से दिल्ली जाना चाहे तो उसे करीब 15 हजार रुपये, जबकि पटना से दिल्ली जाने पर करीब छह हजार रुपये किराया देना होगा. मंत्री संजय कुमार झा ने एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों से एक बार फिर से अनुरोध किया है दरभंगा एयरपोर्ट से आवागमन के लिए लग रहे हवाई किराये पर पुनर्विचार करें. साथ ही त्योहार के दिनों के लिए किराये की अधिकतम सीमा निर्धारित करें.
पटना की तुलना में बहुत महंगा है दरभंगा से सफर
इससे पहले मंत्री संजय कुमार झा ने ट्वीट में कहा है कि यह स्थिति तब है, जबकि उड़ान स्कीम के तहत शुरू हुए दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू जाने-आने वाली उड़ानों के एविएशन टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) पर बिहार सरकार सिर्फ एक फीसदी टैक्स लेती है. टैक्स में यह छूट पटना एयरपोर्ट के लिए लागू नहीं है. ऐसे में दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली जाने-आने का किराया पटना की तुलना में काफी कम होना चाहिए था. एक साथी ने बताया कि 22 अक्टूबर 2023 को दिल्ली से दरभंगा आने का किराया 29 हजार रुपये से अधिक था.
दिवाली और छठ पर्व में भी आना मुश्किल
दिवाली और छठ पर्व मनाने के लिए मेट्रो शहरों से बिहार आने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ गयी है. उस वक्त सभी ट्रेनों में सीटें फुल हो गयी है. वहीं, फ्लाइट किराया भी बढ़कर आसमान छू रहा है. बिहार आने के लिए जहां टिकटें नहीं मिल रहीं, वहीं किराया भी इतना बढ़ गया है कि आम लोगों के लिए यात्रा करना मुश्किल है. इसी को देखते हुए बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने हवाई जहाज किराये को लेकर केंद्र सरकार की उड़ान योजना पर तंज कसा है. उन्होंने दिल्ली से दरभंगा के बीच डायरेक्ट फ्लाइट का किराया दिवाली में 21 हजार से ज्यादा होने पर योजना की मंशा पर गंभीर सवाल उठाये हैं.