राज्य के बहुचर्चित सृजन घोटाला मामले में दो आरोपित सृजन के पूर्व ऑडिटर सतीश कुमार झा व सृजन संस्था की तत्कालीन सचिव मनोरमा देवी की बहू रजनी प्रिया भगोड़ा घोषित किये गये. सोमवार को सीबीआइ, दिल्ली के सब इंस्पेक्टर सुरजीत सिंह ने सबौर के फतेहपुर स्थित अंग विहार अपार्टमेंट में सतीश कुमार झा के फ्लैट नंबर 101 पर इश्तेहार चिपकाया. वहीं रजनी प्रिया के तिलकामांझी न्यू प्राणवती लेन स्थित चार घरों पर इश्तेहार चिपकाया गया.
इस दौरान उनके घर के सामने ढोल बजा कर सीबीआइ अधिकारी श्री सिंह ने इश्तेहार पढ़ कर सुनाया. इश्तेहार के अनुसार आरोपितों को 18 फरवरी तक सीबीआइ की विशेष अदालत में हाजिर होना है. अगर वे हाजिर नहीं होंगे, तो उनकी संपत्ति जब्त कर ली जायेगी. इस दौरान सीबीआइ अधिकारी ने उनके पड़ोस में रहनेवाले लोगों से पूछताछ की कि क्या आरोपित अपने घर आते-जाते हैं. उनके पड़ोसियों का मोबाइल नंबर भी लिया, ताकि कुछ और जानकारी के लिए जरूरत के अनुसार उनसे संपर्क किया जा सके.
ज्ञात हो कि सतीश कुमार झा बांका को-ऑपरेटिव सोसाइटी के ऑडिटर थे और मूल रूप से सहरसा जिले के चैनपुर गांव के रहनेवाले हैं. वहीं रजनी प्रिया सृजन संस्था की तत्कालीन सचिव मनोरमा देवी की बहू हैं और मनोरमा देवी की मौत के बाद सचिव पद का कार्यभार संभाला था.
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फतेहपुर स्थित अंग विहार अपार्टमेंट में रहनेवाले एक सेवानिवृत्त अधिकारी ने सीबीआइ को सतीश कुमार झा का मोबाइल नंबर दिया. उस नंबर पर सीबीआइ के हेड कांस्टेबल ने कॉल भी किया, पर सतीश से संपर्क नहीं हो सका. वहीं, तिलकामांझी न्यू प्राणवती लेन में रजनी प्रिया के पड़ाेसियों ने रजनी प्रिया का नंबर होने से इंकार कर दिया.