सीबीआइ के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी ने सृजन घोटाले के एक मामले में आठ अभियुक्तों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है. इसके साथ ही गिरफ्तारी वारंट को सीबीआइ को सौंप दिया गया है. उक्त मामला भागलपुर कोतवाली से संबंधित है. जिसमें अभियुक्तों ने आपसी षड्यंत्र करके पद का दुरुपयोग करते हुए सृजन संस्थान को लाभ पहुंचाने की नीयत से कर्मियों की मदद से एक अरब 69 करोड़ रुपये से अधिक राशि का गबन कर सरकारी राशि का बंदरबाट किया.
उक्त गबन पर सीबीआइ ने दस अभियुक्तों के खिलाफ वर्ष 2018 में मामला दर्ज किया और अनुसंधान के पश्चात 31 दिसंबर 2020 को भादवि की धाराएं 120 बी, 409, 420, 467, 468, 471 व 34 में संज्ञान लेते हुए सम्मन निर्गत किया. अभियुक्तों ने जब न्यायालय के सम्मन पर उपस्थिति दर्ज नहीं की तो विशेष कोर्ट ने आठ अभियुक्तों रजनी प्रिया, सीमा देवी, जेसमा खातून, राजरानी वर्मा, अपर्णा वर्मा, रूबी कुमारी, पुरेंदु कुमार व सतीश कुमार झा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निर्गत किया. इसी मामले में दो अभियुक्त शुभलक्ष्मी व सरिता झा जेल में बंद हैं.
वहीं पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने सृजन घोटाले में शामिल सरकारी पदाधिकारी समेत सात लोगों पर बड़ी कार्रवाई की थी. ईडी ने गाजियाबाद, पटना, नयी दिल्ली, भागलपुर में आरोपितों के 12 फ्लैट व 5 प्लॉट के अलावा एक स्कॉर्पियो और बैंक खातों में जमा एक लाख 20 हजार रुपये भी जब्त किये थए. ईडी सूत्रों ने बताया कि इनका सरकारी मूल्य करीब 4.11 करोड़ रुपये बताया जा रहा है, जबकि बाजार मूल्य इससे कहीं ज्यादा है.