सृजन घोटाला: अब तक एक दर्जन आरोपितों की करोड़ों की संपत्ति जब्त, व्यापारी से लेकर अधिकारी तक रडार पर
बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाले में कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है. अब तक एक दर्जन आरोपितों की करोड़ों की संपत्ति जब्त की जा चुकी है. इसमें कई व्यापारी और अधिकारी नप चुके हैं. सोमवार को पूर्व एडीएम जयश्री और उनके परिवार की संपत्ति जब्त की गई.
पटना. सृजन घोटाले में अब तक एक दर्जन से ज्यादा आरोपितों की 60 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति जब्त की जा चुकी है. इनमें जयश्री ठाकुर के अलावा दिवंगत मनोरमा देवी के बेटे अमित कुमार, बहू रजनी प्रिया, विपिन शर्मा, कटिहार के तत्कालीन डीडीसी अरुण कुमार ठाकुर व उनकी पत्नी भारती ठाकुर, दीपक वर्मा, एमवी राजू, विपिन शर्मा, पीके घोष व अन्य की संपत्ति शामिल है.
इडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने सृजन घोटाले की मुख्य अभियुक्त भागलपुर की तत्कालीन एडीएम जयश्री ठाकुर और उनके परिवार की सवा 12 करोड़ से अधिक की अवैध संपत्ति को जब्त कर लिया है. इसमें जयश्री के अलावा उनके पति राजेश चौधरी, बेटा ऋषिकेश चौधरी और बेटी राजश्री चौधरी के नाम से मौजूद संपत्ति शामिल है. जब्त अचल संपत्ति का सरकारी मूल्य 6.85 करोड़ से ज्यादा है, लेकिन बाजार मूल्य इससे कहीं ज्यादा है. यह दूसरा मौका है, जब जयश्री ठाकुर की अवैध संपत्ति को इडी ने जब्त किया है.
इससे पहले भी उनकी करीब साढ़े तीन करोड़ की अवैध संपत्ति को जब्त किया गया था. लेकिन, इस बार उनके साथ-साथ पति और बच्चों के नाम से भी मौजूद सभी अवैध संपत्ति को जब्त किया गया है. इनमें भागलपुर और बांका जिलों में 10 प्लॉट और भागलपुर, गाजियाबाद और पटना की जलालपुर सिटी में तीन फ्लैट शामिल हैं. पटना वाला फ्लैट जयश्री ठाकुर और उनके पति राजेश चौधरी के संयुक्त नाम से है. इसकी कीमत करीब 72 लाख रुपये है और इसे सृजन के पैसे से ही उन्होंने खरीदा था.
राजेश चौधरी गोड्डा के एक कॉलेज में प्रोफेसर हैं. बेटा और बेटी के नाम पर भागलपुर और बांका में चार प्लॉट मिले हैं. इसके अलावा जयश्री व परिवार वालों के करीब 45 बैंक खातों में जमा 5.5 करोड़ से ज्यादा रुपये को भी जब्त कर लिया गया है. उनके और परिवार वालों के नाम पर करीब 26.5 लाख रुपये की करीब एक दर्जन बीमा पॉलिसी के कागजात भी बरामद किये गये हैं.
Published By: Thakur Shaktilochan