जूही स्मिता,पटना: पिछले साल अनुभा प्रसाद और उनकी टीम की ओर से करे के बा वेंचर की शुरुआत की थी जिसका मकसद बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में स्टार्टअप की एक मजबूत पाइपलाइन तैयार करते हुए दूरगामी सोशल इंपैक्ट और लोकल रोजगार का सृजन करना है. इसके लिए उनके साथ क्यूरेटेड स्टार्टअप में एब्रम 20 स्टार्टअप शामिल हो चुके हैं जिसमें से एक हेल्थ केयर स्टार्टअप हनुमान भी था.अनुभा प्रसाद और उनकी टीम ने चार महीने तक इस स्टार्टअप की मेंटरिंग की और विभिन्न शहरों के निवेशकों के साथ मीटिंग करने के बाद इन्हें सीड राउंड में 65 लाख रुपये की फंडिंग मिल चुकी है.
अनुभा बताती हैं कि पहली फंडिंग हो चुकी है और हमारी पूरी कोशिश है कि इस वेंचर में ज्यादा से ज्यादा स्टार्टअप की हैंड होल्डिंग हो साथ ही साथ बिहार में एंटरप्रिन्योरशिप का एक बेहतरीन इकोसिस्टम तैयार हो सके.
कोरोना काल में जब लोग कोरोना संक्रमण के खतरे से जूझ रहे थे और स्वास्थ्य संबंधी मदद के लिए कोई विकल्प नहीं था उस वक्त दरभंगा के रहने वाले डॉ नीरज झा, बक्तीयारपुर के रहने वाले संतोष कुमार और कर्नाटक के रहने वाले दो अन्य साथी के साथ मिल कर हेल्थ केयर स्टार्टअप हनुमान की शुरुआत की जिसका मकसद आपातकाल में मरीजों को सुविधा प्रदान करना है.
डॉ नीरज बताते हैं कि अभी बिहार के 22 जिलों में यह स्टार्टअप काम कर रहा है जिसके तहत अभी फिलहाल 350 एंबुलेंस ऑन बोर्ड काम कर रहे हैं.हनुमान एप और टोल फ्री नंबर 1800-88-915-88 के जरिये लोगों के 15 से 30 मिनट में सर्विसेस मिलती है.
अब तक हजार लोगों ने एप को डाउनलोड किया जा चुका है. इस फंड का इस्तेमाल अब इन सर्विसेस को संपूर्ण भारत में पहुंचाने का है. बिहार के अलावा मुंबई,नयी दिल्ली, झारखंड और पश्चिम बंगाल में इस साल हनुमान की सेवाएं शुरू हो जायेंगी.
Posted By: Thakur Shaktilochan