पटना: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) अपने मौजूदा कर्मचारियों के लिए 12 साल बाद एक बार फिर स्वैच्छिक रिटायरमेंट स्कीम यानी वीआरएस लेकर जल्द लाने वाली है. इस स्कीम के तहत कर्मचारी एक दिसंबर, 2020 से 31 मार्च, 2021 तक आवेदन कर सकते हैं. जानकारी के अनुसार वीआरएस लेने वाले कर्मचारियों को 18 माह के वेतन के साथ अन्य लाभ मिलेगा.
इस बीच स्टेट बैंक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने कहा कि संघ बैंक के इस फैसले पर अभी स्टडी कर रहा है. उसके बाद इस स्कीम का विरोध या समर्थन किया जायेगा. उन्होंने बताया कि 2008-09 में जब वीआरएस स्कीम आया था, तो उस वक्त वीआरएस लेने वाले कर्मचारियों को 60 माह का वेतन दिया गया था. वहीं, दूसरे बैंक ने अपने वरीय अधिकारियों के प्रदर्शन को कसौटी पर कसने की तैयारी कर रहा है.
बैंक अपने वरीय अधिकारियों का कार्यकाल बढ़ाने को बैंक इवॉल्यूशन मैट्रिक्स की सहायता लेगी. इसके आधार पर ही आगे अफसरों की सेवाओं को विस्तार मिलेगा. अधिकारिक सूत्रों के अनुसार अफसरों को सेवा विस्तार देने में उनकी प्रदर्शन का आकलन करने को निष्पक्ष मापदंड तैयार किया जायेगा. अधिकारियों को सेवा विस्तार देने में पहले स्टेज का मूल्यांकन उनकी 30 वर्ष की सर्विस या 55 वर्ष की उम्र तक सेवा जैसे मापदंड बनाये जा सकते हैं. इनमें से जो भी पहले आयेगा, उसके आधार पर 58 वर्ष की उम्र तक सेवा विस्तार दिया जायेगा.
बैंक के सूबे में नौ हजार से अधिक कर्मचारी व अधिकारी हैं. मूल्यांकन का दूसरा चरण 58 वर्ष के बाद होगा. इसके आधार पर तय होगा कि कर्मचारी के 60 वर्ष की उम्र तक सेवा विस्तार दिया जाये या नहीं. इस समय कोई अधिकारी 50 साल की उम्र या 25 वर्ष की सर्विस पूरी करने के बाद रिटायरमेंट ले सकता है. इसके लिए उसे तीन महीने का नोटिस या इतने महीने का वेतन देना होगा. इस संबंध में स्टेट बैंक आॅफिसर्स एसोसिएशन के अधिकारियों ने नाम छापने के शर्त पर कहा कि यह सच है कि तैयारी चल रही है. समय-समय पर कार्यों की समीक्षा होनी चाहिए.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya