19 करोड़ की लागत से शुरू की गयी अत्याधुनिक प्रयोगशाला
राजधानी के अगमकुंआ में पहले स्थापित संयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रयोगशाला में अब अत्याधुनिक तकनीक से जांच की जायेगी.
मिलावटी खाद्य पदार्थों, दूध, मांस-मछली की अत्याधुनिक तरीके से होगी जांच : मंगल पांडेय
19 करोड़ की लागत से शुरू की गयी अत्याधुनिक प्रयोगशाला
संवाददाता,पटनाराजधानी के अगमकुंआ में पहले स्थापित संयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रयोगशाला में अब अत्याधुनिक तकनीक से जांच की जायेगी. इसके लिए माइक्रोबायोलॉजी लैब और उच्चस्तरीय उपकरण विभाग का शनिवार को विधिवत शुभारंभ स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया . यह राज्य का पहला और देश का 13वां लैब है. इसमें छह करोड़ की लागत से तीन उच्च कोटि के उपकरणों को लगाया गया है. इसके अगले पांच वर्षों में रखरखाव और मानव बल पर पांच करोड़ खर्च होंगे. यह पूरी योजना लगभग 19 करोड़ की लागत से शुरू की गयी है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि संयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रयोगशाला, अगमकुआं 1980 से खाद्य पदार्थों के रासायनिक परीक्षण में सक्रिय है.अब माइक्रोबायोलॉजी लैब और आधुनिक उपकरणों के जुड़ने से यह प्रयोगशाला विश्वस्तरीय बन गयी है. यह राज्य की एकमात्र एनएबीएल और भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) द्वारा मान्यताप्राप्त प्रयोगशाला है. इस प्रयोगशाला में अब तीन प्रमुख प्रकार की जांच रासायनिक परीक्षण, उच्चस्तरीय उपकरणों द्वारा परीक्षण और सूक्ष्म जीवाणु परीक्षण उच्चस्तरीय उपकरणों के द्वारा किया जा रहा है. इस अत्याधुनिक लैब में खाद्य पदार्थों में पेस्टीसाइड और वसा की मात्रा की जांच, एंटीबायोटिक, माइकोटॉक्सिन और रंजकों की पहचान की जांच और भारी धातुओं (जैसे लेड, कैडमियम) की जांच हो रही है. उन्होंने बताया कि नयी माइक्रोबायोलॉजी लैब की मदद से दूध, दूध उत्पाद, मांस, मछली और बोतलबंद पानी आदि की जांच की जा रही है. राज्य के पटना समेत सभी नौ कमिश्नरी में ऐसे और लैब खोले जायेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य के पांच प्रमंडलों (पटना, मगध, तिरहुत, भागलपुर और पूर्णिया) में पहले से चल रहे चलंत खाद्य प्रयोगशाला वाहन के दायरे को बढ़ाने का प्रस्ताव भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण को भेजा गया है.
इस कार्यक्रम के दौरान माननीय स्वास्थ्य मंत्री ने 10 फूड सेफ्टी ऑफिसर को डेस्कटॉप का भी वितरण किया. कार्यक्रम में पटना की मेयर सीता साहू, संजय सिंह, सचिव, स्वास्थ्य विभाग, डाॅ अजय प्रकाश गुप्ता, निदेशक, गुणवत्ता आश्वासन प्रभाग, एफएसएसएआइ, नयी दिल्ली, अमिताभ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव, सुरेंद्र राय, विशेष कार्य पदाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग, डाॅ ऊषा कुमारी, प्राचार्य एनएमसीएच, डाॅ विनोद कुमार सिंह, अधीक्षक, एनएमसीएच के साथ अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे.
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