पंचायती राज मंत्रालय के राष्ट्रीय कार्यशाला में राज्यों ने साझा किये अनुभव
पंचायती राज मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यशाला में विभिन्न राज्यों द्वारा समूह गठित कर अनुशंसाएं की गयीं. बिहार, मेघालय,मणिपुर, असम और सिक्किम के समूह द्वारा यह अनुसंशा की गयी
पंचायती राज की कार्यशाला में ग्राम पंचायतों के लिए गैर राजस्व नीति तैयार करने की अनुसंशा की गयी
पंचायती राज मंत्रालय के राष्ट्रीय कार्यशाला में राज्यों ने साझा किये अनुभव
संवाददाता,पटनापंचायती राज मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यशाला में विभिन्न राज्यों द्वारा समूह गठित कर अनुशंसाएं की गयीं. बिहार, मेघालय,मणिपुर, असम और सिक्किम के समूह द्वारा यह अनुसंशा की गयी कि भारत सरकार ग्राम पंचायतों के लिए गैर राजस्व (नन टैक्स) नीति तैयार करे. अभी तक ग्राम पंचायतों के स्व काराधान की स्पष्ट नीति नहीं है. पंचायतों को सरकार द्वारा तैयार टैक्स नीति हैं जिसके माध्यम से नल-जल योजना, संपत्ति कर जैसे टैक्स वसूले जाते हैं. ग्राम पंचायतों के नन टैक्स नीति नहीं है.
बिहार सरकार की योजनाओं की दी गयी जानकारी
पंचायती राज विभाग के निदेशक आनंद शर्मा ने बिहार सरकार द्वारा हर घर नल का जल योजना की जानकारी सभी राज्यों के प्रतिनिधियों को दी. समाज कल्याण निदेशक कौशल किशोर ने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना सहित बालिकाओं को दी जा रही पोशाक योजना और मातृ वंदन योजना की जानकारी दी. यूनिसेफ के प्रतिनिधि अभय कुमार सिंह ने बताया कि बिहार के अररिया और पूर्णिया जिला के 10 ग्राम पंचायतों में बाल हितैषी का पायलट प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है. पीएचइडी के संयुक्त निदेशक डेविड कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि राज्य के 99 प्रतिशत लोगों को अब शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो रहा है. दीदी की रसोई व दीदी की पौधाशाला की जानकारी जीविका की अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा ने दी. बिहार में संचालित होने वाली ग्राम कचहरियों के कार्य और अधिकार की जानकारी चाणक्य विधि विश्वविद्यालय के प्रो डाॅ एसपी सिंह ने दी. पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने सभी विभागों द्वारा प्रस्तुत पीपीटी की संक्षिप्त जानकारी दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है