Statues in Cities: महापुरुषों की मूर्तियों की अनदेखी
राजधानी पटना मे कई महापुरुषों की मूर्तियों को अनदेखा किया जा रहा है. उनके रखरखाव और साफ सफाई पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है . आलम ये है कि कई मूर्तियाँ क्षतिग्रस्त और जर्जर हालत मे हो गई हैं .
- शहर में बने महापुरुषों की प्रतिमाओं व प्रतिमा स्थलों का नहीं हो रहा रखरखाव
- प्रतिमा वाले चौक-चौराहों के शहर में चौतरफा गंदगी का लगा रहता है अंबार
शहर में प्रतिमा स्थलों का जायजा लेती पेश है जयप्रकाश वर्मा व हिमांशु देव की रिपोर्ट.
Statues in Cities: राजधानी पटना में कई ऐसे चौक-चौराहे हैं, जहां किसी न किसी महापुरुषों की प्रतिमा लगायी है. पर रख-रखाव के अभाव में गंदगी और अतिक्रमण से कराह रहे शहर के चौक-चौराहों पर लगी महापुरुषों की प्रतिमाओं का सुध लेने वाला कोई नहीं है. कई प्रतिमा स्थल क्षतिग्रस्त तक हो गये हैं. शहर की सौंदर्यीकरण के लिए भले ही देश के महापुरुषों की प्रतिमा लगा दी गयी है, पर इन प्रतिमाओं के रख-रखाव एवं देखरेख के अभाव मे प्रतिमाओं पर धूल की मोटी परत जम गयी है.
महानायकों की स्मृतियों को संजोए रखने के मकसद से शहर के विभिन्न जगहों पर प्रतिमा स्थल बनाए गये हैं. कई चौक-चौराहे व सड़कों को प्रदेश के महापुरुषों के नाम से जाना जाता है. लेकिन, जिस मकसद से खर्च की जाती है उस हिसाब से उसके रखरखाव में कमी दिखती है. जबकि, महापुरुषों के जन्म व मृत्यु पर स्थल सीएम व राज्यपाल पहुंचते हैं और श्रद्धांजलि देते हैं. कार्यक्रम के दौरान स्थल को साफ किया जाता है. लेकिन, लगातार साफ-सफाई नहीं होने से बदहाल स्थिति में है. कहीं से लाइटिंग को उखाड़ कर ले गया तो किसी के फर्श क्षतिग्रस्त हो रहे हैं.
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1. केबी सहाय प्रतिमा स्थल
शहर के नये सचिवालय व पेसु के कोने (तीन मुहानी) पर स्थित पूर्व मुख्यमंत्री स्व कृष्ण बल्लभ सहाय का प्रतिमा स्थित है. दोपहर 12.33 बजे यहां पहुंचा तो प्रतिमा स्थल के पास गंदगी पाया. पानी के फव्वारे भी खराब हैं. मालूम हो कि, केबी सहाय का जन्म पटना के शेखपुरा नामक गांव में हुआ था. वह बिहार के राजस्व मंत्री और फिर संयुक्त बिहार के मुख्यमंत्री भी बने.
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2. भगत सिंह प्रतिमा स्थल
कारगिल चौक के पास साल 2000 में शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह की प्रतिमा का अनावरण तत्कालीन सीएम राबड़ी देवी द्वारा किया गया था. प्रतिमा स्थल के चारों ओर पौधे भी लगाए गये थे. परंतु, दोपहर 1.29 बजे पहुंचा तो देखा कि बंजर भूमि की तरह स्थल दिख रहा है. मौजूदा पौधों पर भी धूल-मिट्टी जम गए हैं. प्रतिमा के पीछे बने फाउंटेन खराब है. वहां बस मोटर व पाइप रह गया है.
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3. सर शिवसागर रामगुलाम प्रतिमा स्थल
गांधी मैदान-एग्जीबिशन रोड तिराहा के पास सर शिवसागर रामगुलाम की प्रतिमा स्थापित है. साथ ही सड़क का नाम भी शिवसागर रामगुलाम पथ रखा गया है. प्रतिमा का अनावरण फरवरी 2008 में सीएम नीतीश कुमार ने किया था. दोपहर 1.48 बजे यहां पहुंचा तो पाया कि स्थल परिसर में गंदगी पसरा है. फव्वारा भी खराब पड़ा है. इसके रखरखाव के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. फर्श भी टूट रहा है. मालूम हो कि, सर शिवसागर मॉरीशस के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके हैं और वह भोजपुर के हरीगांव के रहने वाले हैं.
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4. रामधारी सिंह दिनकर प्रतिमा स्थल
नाला रोड में सितंबर 2008 में रामधारी सिंह दिनकर के जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में प्रतिमा का अनावरण किया गया था. इस जगह को लोग दिनकर चौराहा के नाम से भी जानते हैं. यहां दोपहर 2.18 बजे पहुंचा तो पाया कि तीन डॉल्फिन के स्वरूप में फव्वारे बने हैं. लेकिन, तीनों खराब है. एक के पास तो नशेड़ियों का जमावड़ा दिखा. नशे करने के लिए उपयोग कर पॉलीथिन को वहीं जमा कर दिया है. परिसर को देखने से लगता है कि कई महीनों से साफ सफाई नहीं हुआ है. मालूम हो कि, दिनकर निबंधन विभाग के पटना कार्यालय में बतौर सब रजिस्ट्रार 1934 में नौकरी की थी.
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5. रामावतार शास्त्री प्रतिमा स्थल
राजेंद्र नगर स्थित शास्त्री चौक में साल 1995 में तत्कालीन नगर विकास मंत्री विजेंद्र यादव द्वारा रामावतार शास्त्री के प्रतिमा स्थल का शिलान्यास किया गया था. दोपहर 2.27 बजे पहुंचा तो पाया कि प्रतिमा के सामने निर्माण कार्य चल रहा है. वहां काम कर रहे लोगों ने बताया कि फव्वारे लगाए जा रहे हैं. परंतु स्थल के चारों ओर लगे पेड़-पौधे पर धूल जमे हैं. दीवार भी क्षतिग्रस्त है. मालूम हो कि रामावतार शास्त्री स्वतंत्रता सेनानी व पूर्व सांसद रह चुके हैं. उनका जन्म दानापुर कैंट पीओ के सगुना में हुआ था.
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