पटना.STET रिजल्ट में घांधली को लेकर मंगलवार को हजारों की संख्या में अभ्यर्थी शिक्षा मंत्री के आवास के बाहर हंगामा करने लगे. हंगामा कर रहे छात्रों को पहले तो पुलिस ने ऐसा नहीं करने को कहा, लेकिन वे जब नहीं माने तो पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया. जिसमें कई छात्रों के भी जख्मी होने की सूचना है. इधर, पुलिस का कहना है कि हंगामा करने वालों को चिह्नित करने की प्रक्रिया शुरु हो गई है. उनको चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. लाठीचार्ज के बाद भी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी ललित भवन के पास जमे हैं. इसके कारण स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
बताते चलें कि हंगामा कर रहे अभ्यर्थी तुरंत नियुक्ति चाहते हैं, लेकिन सरकार उन्हें नियोजन प्रणाली के तहत नियुक्त करना चाहती है. इसीपर अभ्यर्थी भड़क गए हैं और हंगामा करना शुरु कर दिया. तीन दिन पहले भी आक्रोशित अभ्यर्थियों ने बिहार बोर्ड ऑफिस के गेट का ताला तोड़ दिया था. इसके बाद वे लोग कार्यालय पर जमकर नारेबाजी भी किए थे. पुलिस किसी प्रकार से तब इनको समझा बुझाकर शांत कराया था. परीक्षा में मेरिट लिस्ट गड़बड़ी को लेकर वे लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
पूरे मामले पर शिक्षा मंत्री ने कहा है कि अभ्यर्थियों को कुछ लोग गुमराह कर रहे हैं. उनकी पात्रता हमेशा बरकरार रहेगी. एसटीईटी पास सभी अभ्यर्थी शिक्षक बहाली के लिए आवेदन कर सकेंगे.राजद नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह लाठी वाली सरकार है जो छात्रों के खिलाफ तानाशाही रवैया अपना रही है. उन्होंने कहा कि यह सरकार युवाओं का जीवन बर्बाद करने पर तुली हुई है. एक तरफ जहां रिजल्ट में मलयालम हीरोइन को पास करा दिया गया तो वहीं दूसरी ओर कई छात्रों के साथ गलत किया जा रहा है. छात्र जब इसका विरोध कर अपना हक मांग रहे हैं तो सरकार उनपर लाठी चला रही है.