पटना. STET अभ्यर्थियों ने मंगलवार को शिक्षा मंत्री के आवास के बाहर जमकर हंगामा किया. हंगामा कर रहे छात्रों का कहना है कि सरकार विषयवार कटऑफ के आधार पर मेधा सूची जारी करें और पुरुष और महिला वर्ग का कटऑफ अलग-अलग जारी करें. ताकि हम सभी को सही जानकारी मिल सके. कितने पर छात्रों का चयन हुआ है. इसके साथ ही किस विषय में कितनी रिक्तियां थी कितना रिजल्ट हुए.
हंगामा कर रहे छात्रों का यह भी कहना है कि जब तय सीटों से कम रिजल्ट हुआ तो अभ्यर्थी मेरिट से बाहर कैसे हुए, विभाग को इसका जवाब देना चाहिए. बताते चलें कि 21 जून 2021 को शिक्षा विभाग ने बाकी बचे तीन विषयों के परिणाम की घोषणा की थी। इसके बाद से ही बवाल शुरु हो गया. दरअसल, यह बवाल नतीजों की दो कैटेगरी ‘क्वालिफाइड एंड इन मेरिट लिस्ट’ और ‘क्वालीफाइड बट नॉट इन मेरिट लिस्ट’ के कारण हुआ है.
इधर, विभाग का कहना है कि STET-2019 परीक्षा में पास हुए अभ्यर्थी को भी नियोजन में शामिल होने का अवसर मिलेगा, लेकिन STET 2019 में पास अभ्यर्थी कब सरकारी शिक्षक बनेंगे, इसपर सरकार की चुप्पी से STET-2019 परीक्षा में पास अभ्यर्थी आक्रोशित हैं.