यूपी पुलिस पेपर लीक मामले में बिहार से अबतक 3 सेटर गिरफ्तार, भागलपुर के बाद पटना में भी STF की कार्रवाई
यूपी सिपाही पेपर लीक मामले में अबतक बिहार से तीन सेटरों की गिरफ्तारी हो चुकी है. भागलपुर के बाद पटना से STF ने दो सेटर गिरफ्तार किए हैं.
यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले के तार अब पटना से भी जुड़ गये हैं. बिहार एसटीएफ व यूपी एसटीएफ (STF) ने गुप्त सूचना के आधार पर जक्कनपुर इलाके में छापेमारी की और पेपर लीक कांड में शामिल दानापुर खगौल रोड के मोनाको पैलेस आर के पुरम निवासी राहुल कुमार सिंह व बक्सर के नैनिजोर निवासी सतीश सिंह यादव उर्फ राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया. इन दोनों के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया है. बिहार एसटीएफ ने दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया है. इसके पूर्व सॉल्वर गैंग के आरोपित नवगछिया उपकारा (भागलपुर) में तैनात बिहार पुलिस के सिपाही नीरज को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार सिपाही बेतिया जिला जगदीशपुर थाना के झखरा का रहने वाला है. आरोपित सिपाही को नवगछिया स्थित उसके घर से एसटीएफ ने गुरुवार को गिरफ्तार किया था.
अब तक एक दर्जन सेटर हो चुके हैं गिरफ्तार
17 व 18 फरवरी को यूपी सिपाही भर्ती की ऑनलाइन परीक्षा हुई थी. लेकिन परीक्षा से से पहले प्रश्नपत्र लीक हो गया था. परीक्षा लीक को लेकर वहां के छात्रों ने काफी हंगामा किया था. छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 24 फरवरी को परीक्षा रद्द करने का आदेश जारी किया था. साथ ही इस मामले में यूपी के इटावा के सिद्धार्थ नगर थाने में अज्ञात के खिलाफ में कांड दर्ज कर यूपी पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी थी. बाद में इस मामले को सुलझाने के लिए यूपी एसटीएफ को भी लगाया गया था.
नवगछिया जेल में तैनात सिपाही की गिरफ्तारी
पेपर लीक मामले में यूपी के लखनऊ, सिद्धार्थ नगर व अन्य जगहों से पुलिस ने करीब एक दर्जन आरोपितों को गिरफ्तार किया और उनके मोबाइल फोन से मिले सबूत के आधार पर भागलपुर के नवगछिया से सिपाही नीरज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया. नीरज यूपी के सिद्धार्थ नगर में पकड़े गये आरोपितों के संपर्क में था और वाट्सएप पर प्रश्न पत्र के आदान-प्रदान की जानकारी मिली थी. जक्कनपुर इलाके से गिरफ्तार राहुल व सतीश भी सेटरों से वाट्सएप से जुड़े थे. इसके कारण पुलिस के रडार पर आ गये. लेकिन इन दोनों ने अपने-अपने घर को छोड़ दिया था और जक्कनपुर में एक मकान किराये पर लेकर रह रहे थे. लेकिन बिहार एसटीएफ की टीम वहां पहुंच गयी और गिरफ्तार कर लिया.
पांच-पांच लाख रुपये लेकर दिये गये प्रश्न पत्र
इस मामले में यूपी एसटीएफ ने कई लोगों को पकड़ा, जिसमें सेटर और अभ्यर्थी भी शामिल हैं. इससे पुलिस को यह जानकारी मिली कि सेटरों ने पांच-पांच लाख रुपये लेकर प्रश्न पत्र को भेजा था. रुपये कमाने की होड़ के कारण कई दलाल इससे जुड़ गये और कैंडिडेट से पैसे लेकर प्रश्न पत्र देने लगे. बिहार पुलिस भर्ती में भी कुछ इसी तरह हुआ था.