पटना. अब सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की स्टार रेैंकिंग होगी और उन्हें उनके रैंक के अनुसार इंसेंटिव(पुरस्कार राशि) मिलेगा. इसके लिए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा 1300 करोड़ की राशि आवंटित की गयी है जो दो वर्षों की अवधि के भीतर दी जायेगी. इसके लिए मंत्रालय की वेबसाइट पर सभी एसटीपी को अपनी कार्यप्रक्रिया की जानकारी और साफ किये गये जल की मात्रा, गुणवत्ता और फिर से उपयोग के बारे में जानकारी देनी पड़ेगी. साथ ही इन सभी जानकारियों की जांच भी उन्हें इरमा से करवानी पड़ेगी. गुरुवार को स्थानीय होटल ताज में इस संदर्भ में एक प्रशिक्षण कार्यशाला का भी आयोजन हुआ जिसमें पटना शहर और उसके आसपास स्थित एसटीपी के प्रतिनिधियों के साथ साथ उनको बनाने वाली संस्था बुडको के अधिकारियों और उसके संवेदकों को भी बुलाया गया था. इसमें उन्हें एसटीपी से संबंधित आंकड़ों को वेबसाइट पर अपलोड करने के तरीकों के साथ साथ अन्य चीजों के बारे में भी विस्तार से बताया गया. तीन से पांच स्टार तक पाने वालों को मिलेगी इंसेंटिव जांच के बाद एसटीपी को एक से पांच के बीच स्टार रैंक प्रदान किया जायेगा. एक और दो स्टार के लिए कोई इंसेंटिव नहीं दी जायेगी लेकिन तीन से पांच स्टार तक मिलने पर यह राशि एसटीपी को अनिवार्यत: दी जायेगी और जिसका जितना स्टार रैंक अधिक होगा उसको उतनी ही अधिक पुरस्कार राशि दी जायेगी. ऐसा आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने देश के अलग अलग राज्यों में बने एसटीपी के बीच बेहतर परफॉर्म करने के लिए एक प्रतियोगिता का माहौल तैयार करने के लिए किया है. यह अमरूत 2.0 सुधारों का हिस्सा है और जल ही अमृत योजना के अंतर्गत इसे चलाया गया है.
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