नगर निकायों को पूरे अधिकार मिलने तक जारी रहेगा संघर्ष : महासंघ

नगर निकाय महासंघ ने नगरपालिका संशोधन बिल में बदलाव का स्वागत किया है, लेकिन नगर निकायों को पूरे अधिकार मिलने तक संघर्ष जारी रखने का एलान किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 9, 2024 1:32 AM

संवाददाता, पटना : नगर निकाय महासंघ ने नगरपालिका संशोधन बिल की समीक्षा और बदलाव का स्वागत किया है, लेकिन पूरे अधिकार देने की मांग के साथ मंत्री नितिन नवीन और विभाग के प्रधान सचिव से शुक्रवार को मिलने की बात भी कही. साथ ही यह चेतावनी दी कि पूरे अधिकार नहीं मिले, तो उनका संघर्ष जारी रहेगा और वे सब मिलकर संघर्ष करेंगे. गुरुवार को मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स में नगर निकाय महासंघ, बिहार ने संकल्प सभा का आयोजन किया, जिसमें नगर निकाय की विभिन्न समस्याओं और नगरपालिका संशोधन विधेयक, 2024 के संबंध में विस्तार से चर्चा की गयी.

बुनियादी सुविधाओं के लिए पर्याप्त राशि उपलब्ध नहीं :

संकल्प सभा में चर्चा के दौरान कहा गया कि नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से संशोधित विधेयक के संबंध में बुधवार को समीक्षा के बाद जो निर्णय लिये गये हैं, उनका महासंघ स्वागत करता है और इसके लिए विभागीय मंत्री नितिन नवीन को धन्यवाद देता है. लेकिन अब भी कई ऐसी मांगें हैं, जाे पूरी नहीं हुई हैं. नवगठित नगर परिषद और नगर पंचायत का अब तक अपना कोई भवन नहीं है और न ही पर्याप्त कर्मी हैं, जिसके कारण कार्य का संचालन बाधित हो रहा है. नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत में नाली-गली निर्माण जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए पर्याप्त राशि उपलब्ध नहीं है. साथ ही 12वीं अनुसूची में उल्लेखित 18 विषयों पर कार्य करने की अनुमति अब तक पूर्ण रूप से नगर निकाय के पास नहीं है.

आज मंत्री और प्रधान सचिव के साथ होगी बैठक :

इन मांगों पर चर्चा व समाधान के लिए शुक्रवार को मंत्री व प्रधान सचिव के साथ दोपहर 03:00 बजे बैठक प्रस्तावित है. सभा की अध्यक्षता नगर परिषद अरवल के पूर्व मुख्य पार्षद रामाकांत कुमार टुन्ना ने की. मंच संचालन नगर पंचायत बिहिया के अध्यक्ष सचिन कुमार गुप्ता व पटना नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति के सदस्य डाॅ आशीष कुमार सिन्हा ने किया.

पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प :

संकल्प सभा में राज्य के 261 नगर निकायों के सदस्यों को जैव विविधता प्रबंधन समिति, पटना नगर निगम के अध्यक्ष डाॅ आशीष कुमार सिन्हा ने पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छता का संकल्प दिलाया. इसमें घर में तुलसी व आसपास नीम, पीपल, बेल, आंवला, जामुन, अमरूद्ध, नींबू जैसे औषधीय पौधे लगाने, नदी, तालाब, जलाशय व अन्य जलस्रोतों को संरक्षित समेत अन्य बातें शामिल हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version