पटना. कोर्स में नाम अलग होने से कई स्टूडेंट्स को स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड से पेमेंट नहीं हो पा रहा है. कई स्टूडेंट्स का सेमेस्टर फीस भी पेमेंट नहीं हुआ है. फीस के लिए जमा आवेदन भी रद्द कर दिया गया है. आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी (एकेयू) से एफिलिएटेड कॉलेजों में पढ़ने वाले बीएजेएमसी के स्टूडेंट्स को यह समस्या हो रही है. इन्हें स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ नहीं मिल पा रहा है. राज्य सरकार द्वारा छात्रों को पढ़ने के लिए दी जाने वाले स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से सैकड़ों बच्चे वंचित रह जा रहे हैं. पूर्व में एकेयू द्वारा बीएमसी (बैचलर ऑफ मास कम्युनिकेशन) कोर्स चलाया जाता था, जो यूजीसी के गाइडलाइन के बाद कोर्स के नाम में बदलाव कर बीएजेएमसी के नाम से संचालित होने लगा. डीआरसीसी आज भी बीएमसी कोर्स को ही स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ दे रही है. अंक पत्र में बीएजेएमसी होने से आवेदन रद्द हो जा रहा है. अंक पत्र में नाम बीएजेएमसी होने से डीआरसीसी द्वारा स्टूडेंट्स के एप्लीकेशन को रिजेक्ट कर दिया जा रहा है. डीआरसीसी का मानना है कि छात्रों द्वारा दिए गये बोनाफाइड में कोर्स का नाम और उनके रिजल्ट में कोर्स का नाम दोनों में अंतर है. स्टूडेंट्स ने कहा कि एकेयू ने जो जर्नलिज्म का रिजल्ट जारी किया है, उसमें उसने कोर्स का नाम बीए (जेएमसी) लिखा है और स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड लोन लेते वक्त हमारे कोर्स का नाम कॉलेज के बोनाफाइड सर्टिफिकेट और पोर्टल पर इस कोर्स का नाम बीएमसी है, जिस कारण से उनका थर्ड इयर का स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का पेमेंट रद्द कर दिया गया.
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