चाणाक्या लॉ यूनिवर्सिटी की छात्रा के साथ पटना हाइकोर्ट के एक वकील द्वारा छेड़खानी करने के विरोध में कॉलेज के विद्यार्थियों ने एकजुटता मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया. बुधवार को विद्यार्थियों ने कॉलेज से पटना हाइकोर्ट तक पैदल मार्च कर आरोपित वकील की जमानत रद्द करने की मांग की. वहीं विद्यार्थियों ने आरोपित वकील का लाइसेंस रद्द करने की भी मांग की.
पटना हाइकोर्ट के गेट नंबर एक के पास सभी विद्यार्थियों को कोर्ट के अंदर जाने से रोक दिया गया. चीफ जस्टिस से नहीं मिलने देने के कारण विद्यार्थियों ने गेट नंबर एक के पास बैठकर आरोपित वकील पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे. मामले को बढ़ता देख एडीएम लॉ एंड ऑर्डर ने मौके पर पहुंच कर विद्यार्थियों समझाया और आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को चीफ जस्टिस तक पहुंचा दिया जायेगा.
प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने बताया कि आरोपित वकील इंटर्नशिप करने गयी छात्रा के साथ छेड़खानी करते हुए दुष्कर्म करने का प्रयास किया था. छात्रा आरोपित वकील के नेतृत्व में एक महीने के लिए इंटर्नशिप करने के लिए गयी थी. इंटर्नशिप के अंतिम दिन 23 दिसंबर को वकील ने छात्रा के साथ छेड़खानी की थी. विद्यार्थियों ने बताया कि छात्रा के परिजन ने थाने में आरोपित वकील पर एफआइआर भी की है, मगर अब तक आरोपित वकील पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.
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पटना हाईकोर्ट के एक एडवोकेट पर लॉ की एक स्टूडेंट ने छेड़खानी का आरोप लगाया था. पीड़िता ने पटना के शास्त्रीनगर थाने में केस दर्ज करते हुए बताया था कि वो पिछले 25 दिनों से वकील के यहां इंटर्नशिप करने जा रही थी. अंतिम दिन उसे साढ़े दस बजे बुलाया गया जहां उसके साथ वकील ने छेड़खानी शुरू कर दी. जिसके बाद छात्रा वहां से भाग कर घर पहुंची और परिजनों को इस बात की जानकारी दी. मामले में आरोपी जमानत पर जिसे लेकर छात्रों ने हंगामा किया.