बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने कहा है कि इंटरमीडिएट या मैट्रिक परीक्षा के एडमिट कार्ड में त्रुटि रहने पर भी परीक्षा देने की अनुमति मिलेगी. बोर्ड ने कहा है वैसे मामले, जिसमें किसी परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र पर फोटो में त्रुटि या किसी दूसरे व्यक्ति का फोटो अथवा फोटो मुद्रित नहीं रहने अथवा अस्पष्ट फोटो मुद्रित रहने की स्थिति में आधार कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट अथवा फोटोयुक्त बैंक पासबुक में से किसी एक दस्तावेज की छाया-प्रति (जिसके आधार पर परीक्षार्थी को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जायेगी) तथा परीक्षार्थी के एडमिट कार्ड को केंद्राधीक्षक द्वारा सत्यापित कर एग्जामिनेशन एप पर भेजना है. राज्य में इंटर की परीक्षा एक से 11 फरवरी तक, वहीं मैट्रिक की परीक्षा 14 से 22 फरवरी तक आयोजित की जायेगी.
पहचान पत्र की छाया प्रति राजपत्रित अधिकारी से सत्यापित कराकर जमा करना होगा. मूल पहचान पत्र के साथ परीक्षार्थी को स्वयं उपस्थित होना होगा. समिति ने जारी पत्र में कहा है कि केंद्राधीक्षक चेहरे का मिलान कर उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति देंगे. इसके बाद ही छात्र को ओएमआर शीट व डाटारहित उत्तरपुस्तिका उपलब्ध करायेंगे. परीक्षार्थी द्वारा जमा किये गये साक्ष्य की प्रति के साथ उसे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को फॉरवर्ड करना होगा.
एप संचालन के लिए कंप्यूटर शिक्षक व कर्मियों को प्रशिक्षित किया जायेगा. इंटर सैद्धांतिक परीक्षा 2023 एक से 11 फरवरी तक संचालित होगी. कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन कराने के लिए व परीक्षा के दौरान उपस्थिति, अनुपस्थिति एवं निष्कासन संबंधी डाटा को एग्जामिनेशन एप के माध्यम से समिति को भेजा जाना है. बोर्ड ने कहा कि 20 जनवरी तक इंटर प्रैक्टिकल परीक्षा संचालित होगी. परीक्षा परीक्षार्थियों के शिक्षण संस्थान ही परीक्षा केंद्र होंगे संस्थान के प्रधान केंद्राधीक्षक के दायित्व में होंगे.
इंटर परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन तथा अन्य गोपनीय कार्य के लिए शिक्षकों की डायरेक्टरी ऑनलाइन अपडेट कराया गया है. जिन शिक्षण संस्थान के प्रधान द्वारा शिक्षकों की सूची ऑनलाइन अपडेट नहीं किया गया है उन सभी की सूची वेबसाइट पर डाल दी गयी है. सभी शिक्षण संस्थानों को जल्द सूची को अपडेट करने के लिए कहा गया है.
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