बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर छात्र आंदोलन होने जा रहा है. 20 जुलाई को पटना में बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) कार्यालय के बाहर हजारों अभ्यर्थी आंदोलन करने जा रहे हैं. छात्र यह आंदोलन BSSC के ऑनलाइन फॉर्म में Edit ऑप्शन की मांग को लेकर करने वाले है. इसके साथ ही प्रथम इंटर स्तरीय बहाली के लिए छात्रों द्वारा वेटिंग लिस्ट की भी मांग की जा रही है.
दरअसल बिहार में आठ साल बाद सचिवालय सहायक/ तृतीय स्नातक स्तरीय बहाली इस वर्ष आयी. फॉर्म भरने में Edit का ऑप्शन नहीं दिया गया. इस कारण जिन अभ्यर्थियों से फॉर्म भरने में कुछ गलती हो गई वे सुधार नहीं कर पाए. राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि UPSC, BPSC, B.Ed या कोई भी फॉर्म ऑनलाइन भराया जाता है तो उसमें सुधार हेतु Edit का ऑप्शन (विकल्प) दिया जाता है. लेकिन बीएसएससी ने तृतीय स्नातक स्तरीय बहाली में Edit का ऑप्शन नहीं दिया.
सभी स्टूडेंट्स के पास संसाधन नहीं है कि वे खुद से फॉर्म भर सके. अधिकतर स्टूडेंट्स साइबर कैफे जाकर फॉर्म भरवाते हैं जहाँ बहुत भीड़ रहती है. इसलिए कभी सर्वर धीमा होने तो कभी भीड़ की वजह से कुछ गलती हो जाती है. इसलिए Edit का ऑप्शन दिया जाना चाहिए ताकि स्टूडेंट्स सुधार कर सके.
दूसरी तरफ प्रथम इंटर स्तरीय बहाली का फाइनल रिजल्ट आठ साल बाद आया लेकिन सभी 13120 सीटों के लिए मेरिट लिस्ट नहीं आया. काउंसिलिंग कराने के बाद भी 1778 अभ्यर्थियों को मेरिट लिस्ट से बाहर कर दिया गया है जबकि लगभग दो हजार सीटें अभी भी खाली हैं. फिजिकल पद वाली 600 से ज्यादा सीटें खाली रह गई क्योंकि फिजिकल टेस्ट के लिए उन्हीं अभ्यर्थियों को बुलाया गया जिनका मार्क्स ज्यादा था.
मार्क्स ज्यादा होने की वजह से इन लोगों का चयन राजस्व कर्मचारी, पंचायत सचिव जैसे पदों पर हो गया. दूसरी तरफ फिजिकल वाले पद के लिए पद प्राथमिकता देने वाले अधिकतर अभ्यर्थियों को फिजिकल टेस्ट के लिए बुलाया ही नहीं गया. इसलिए फिजिकल वाले पद खाली ही रह गए.
दिलीप कुमार ने कहा कि जिन अभ्यर्थियों का चयन बिहार दारोगा, बीपीएससी या कहीं और हो गया है वैसे लगभग एक हजार अभ्यर्थी योगदान नहीं करेंगे. ऐसी परिस्थिति में भी सीटें खाली रह जाएगी. इसलिए वेटिंग लिस्ट भी जारी किया जाना चाहिए. साथ ही जरूरत पड़े तो काउंसिलिंग के लिए द्वितीय सूची भी जारी किया जाना चाहिए.
दिलीप कुमार ने कहा कि हजारों ऐसे अभ्यर्थी हैं जिनकी उम्र समाप्त हो गई और अब वे किसी भी सरकारी नौकरी के लिए फॉर्म भी नहीं भर सकते. आठ वर्षों से ये लोग प्रथम इंटर स्तरीय बहाली में लगे हुए हैं. अगर सीटें खाली रह जाए और इन लोगों को नौकरी ना मिले तो ये बहुत बड़ा अन्याय होगा. इसलिए सभी सीटों को भरा जाना चाहिए.
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तृतीय स्नातक स्तरीय (सीजीएल-3) मे Edit का ऑप्शन देने एवं परीक्षा कैलेंडर जारी करने तथा प्रथम इंटर स्तरीय बहाली में 1778 अभ्यर्थियों के साथ न्याय करते हुए सभी सीटों को भरने, वेटिंग लिस्ट जारी करने और अगर जरूरत पड़े तो काउंसिलिंग के लिए सेकेंड लिस्ट जारी करने की मांग को लेकर 20 जुलाई को सुबह 11 बजे से दिलीप कुमार के नेतृत्व में हजारों अभ्यर्थी बीएसएससी कार्यालय के बाहर आंदोलन करेंगे.