पटना विश्वविद्यालय के द्वारा गुरुवार को हॉस्टल कमेटी की बैठक की गयी. बैठक में सभी कॉलेजों के प्राचार्य, जहां हॉस्टल मौजूद हैं और वहां के सुप्रिटेंडेंट को बुलाया गया था. पीजी विभागों के हॉस्टलों के सुप्रिटेंडेंट को भी बुलाया गया था. बैठक में कुलपति प्रो गिरीश कुमार चौधरी ने सभी प्राचार्यों को यह निर्देश दिये कि हॉस्टलों में सीनियर छात्र अवैध रूप से नहीं रहें, इसके लिए पहले उन छात्रों से नो ड्यूज लिया जाये तभी उन्हें सर्टिफिकेट दिया जाये.
जब तक छात्र हॉस्टल खाली करके सभी चीजें यथावत वापस नहीं करता है तब तक उक्त छात्र का सर्टिफिकेट उसे कॉलेज के द्वारा जारी नहीं किया जाये. स्टूडेंट्स वेलफेयर डीन प्रो अनिल कुमार ने बताया कि हॉस्टल सुप्रिटेंडेंट को यह निर्देश दिये हैं कि वे हॉस्टलों में सभी एलॉटेड छात्रों की सूची जारी करेंगे. वहीं जिन कमरों में अवैध रूप से छात्र रह रहे हैं, उसे लॉक करेंगे. उसकी वीडियोग्राफी करेंगे. अगर उक्त ताला फिर टूटता है तो फिर उसकी भी वीडियोग्राफी करेंगे और उसे सीधे पटना विश्वविद्यालय को रिपोर्ट करेंगे.
पटना विश्वविद्यालय जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को उक्त रिपोर्ट भेजेगा. उक्त कमरे जो एलॉटेड नहीं रहेंगे, वहां कभी भी छापेमारी होगी. उक्त छात्र जो अवैध रूप से हॉस्टल में रहेगा, उस पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. इसके लिए वे पूरी तरह से स्वयं जिम्मेवार होगा. इसके अतिरिक्त बैठक में सभी प्राचार्य ने कुलपति के समक्ष अपनी समस्याओं को भी रखा. कुलपति ने इस पर कहा कि जहां जिन हॉस्टलों में जो भी समस्याएं हैं वे संबंधित अधिकारी लिखकर दें.
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विवि प्रशासन उसे पूरा करने का भरसक प्रयास करेगी. लेकिन किसी भी कीमत पर अवैध रूप से रहने वाले लोगों को हाॅस्टल में बर्दाश्त नहीं करेगी. बैठक में पटना कॉलेज के प्राचार्य प्रो अशोक कुमार, बीएन कॉलेज के प्राचार्य प्रो राजकिशोर प्रसाद, प्रॉक्टर प्रो रजनीश कुमार, डीएसडब्ल्यू प्रो अनिल कुमार, रजिस्ट्रार कर्नल कामेश कुमार समेत कई हॉस्टल सुप्रिटेंडेंट व अन्य अधिकारी मौजूद थे.