Bihar School: बिहार सरकार ने सरकारी प्राथमिक और मध्य विद्यालयों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. अब सभी सरकारी विद्यालयों में क्लास टीचर नामित किए जाएंगे, जो हर क्लास के लिए जिम्मेदार होंगे. हर क्लास में हर महीने मॉनिटर भी बदले जाएंगे. इसके लिए रोस्टर का इस्तेमाल किया जाएगा. इससे संबंधित निर्देश शुक्रवार को प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार ने जारी किए और सभी शिक्षा पदाधिकारियों को इसके क्रियान्वयन के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
हर कक्षा के लिए तैयार होगा शैक्षणिक कैलेंडर
इस नई व्यवस्था के तहत हर कक्षा में एक विशेष कक्षा शिक्षक छात्रों के सीखने के स्तर पर नजर रखेगा और उसका रिकॉर्ड बनाएगा. इसके अलावा अगर किसी शिक्षक को छुट्टी लेनी पड़ती है तो हेडमास्टर उस कक्षा में दूसरे शिक्षक की व्यवस्था करेगा, ताकि पढ़ाई बाधित न हो. इसके साथ ही हर कक्षा के लिए एक शैक्षणिक कैलेंडर तैयार किया जाएगा, जिसे हेडमास्टर और शिक्षक मिलकर तैयार करेंगे.
प्रोजेक्ट वर्क और अभ्यास पुस्तिका पर होगा जोर
विद्यार्थियों के सीखने के स्तर को सुधारने के लिए कक्षा चौथी से आठवीं तक के बच्चों को प्रोजेक्ट वर्क करने के निर्देश दिए गए हैं. कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को विषय पढ़ाने के बाद उन्हें अभ्यास पुस्तिका में अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. उनकी पुस्तिकाओं को शिक्षकों द्वारा लाल स्याही से जांचा जाएगा ताकि बच्चों को उचित मार्गदर्शन मिल सके.
हर महीने बदल जाएगा मॉनिटर
इस योजना के तहत हर कक्षा में छात्रों को नेतृत्व का अनुभव प्रदान करने के लिए हर महीने क्लास मॉनिटर बदले जाएंगे. इसके लिए स्कूलों में रोस्टर सिस्टम लागू किया जाएगा, ताकि सभी बच्चों को समान अवसर मिल सके.
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कमजोर छात्रों पर विशेष ध्यान
शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए कमजोर विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देने का भी निर्देश दिया गया है. इसके तहत शिक्षक इन विद्यार्थियों की पढ़ाई में मदद करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करेंगे, ताकि उनकी शैक्षणिक प्रगति सुनिश्चित हो सके.
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