स्कूलों के आइसीटी लैब में नहीं होगी पढ़ाई, बंद करने की तैयारी शुरू
राज्य के स्कूलों में बिल्ड ऑन आपरेट (बीओओ) मॉडल के तहत संचालित आइसीटी लैब 31 जनवरी 2025 के बाद बंद हो जायेंगे.
31 जनवरी 2025 तक बंद हो जायेंगे स्कूलों में संचालित आइसीटी लैब
संवाददाता, पटनाराज्य के स्कूलों में बिल्ड ऑन आपरेट (बीओओ) मॉडल के तहत संचालित आइसीटी लैब 31 जनवरी 2025 के बाद बंद हो जायेंगे. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने इस तरह के सभी आइसीटी लैब को बंद करने का निर्देश दिया है. राज्य परियोजना निदेशक योगेंद्र सिंह द्वारा सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिख कर इस वित्तीय वर्ष के अंत तक स्कूलों में बीओओ मॉडल के तहत संचालित सभी आइसीटी लैब बंद करने का निर्देश दिया है. विभाग ने कहा है कि योजना मद में 40 करोड़ रुपये निजी एजेंसी का बकाया है. इसको जिलों से प्राप्त विपत्र के बाद भुगतान किया जायेगा और 31 जनवरी तक बीओओ मॉडल के तहत संचालित आइसीटी लैब बंद कर दिये जायेंगे. सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने स्तर से बीओओ मॉडल से संबंधित निजी एजेंसियों को इसकी सूचना देंगे. निर्धारित समय सीमा के अंदर निजी एजेंसी जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में दावा पेश करेंगे. इसके आधार पर जिलावार बकाया 40 करोड़ रुपये को बांटे जायेंगे. दिसंबर माह में ही एजेंसी को राशि के लिए दावा पेश करने को कहा गया है.
पटना में 163 आइसीटी लैब होंगे बंद :
पटना के स्कूलों में कुल 246 आइसीटी लैब संचालित किये जा रहे हैं. जिनमें 163 आइसीटी लैब बीओओ मॉडल के तहत संचालित किये जा रहे हैं. बीओओ माॅडल के तहत संचालित सभी 163 आइसीटी लैब 31 जनवरी तक बंद कर दिये जायेंगे. जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि विभाग से मिले निर्देश के बाद आइसीटी लैब बंद करने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. एजेंसी काे बकाये राशि का भुगतान कर दिया जायेगा. स्कूलों में तैयार किये गये आइसीटी लैब के माध्यम से बच्चों को कंप्यूटर की बेसिक जानकारी दी जाती थी. इसके लिए अलग-अलग कक्षाओं के लिए अलग-अलग समय निर्धारित था. इसके अलावा स्कूल के शिक्षक विभाग से ऑनलाइन भी जुड़ते थे. लैब में कंप्यूटर से संबंधित सभी तरह के उपकरण एजेंसी के माध्यम से लगाई गयी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है