बीटेक के स्टूडेंट्स नये सत्र से क्वांटम टेक्नोलॉजी की कर सकते हैं पढ़ाई
सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में बीटेक पाठ्यक्रम में देश का पहला ‘क्वांटम टेक्नोलॉजी माइनर प्रोग्राम जुड़ेगा.
-देश का पहला क्वांटम टेक्नोलॉजी माइनर प्रोग्राम एआइसीटीइ ने किया लांच
संवाददाता, पटनाअखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीइ) ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के तहत राष्ट्रीय क्वांटम मिशन (एनक्यूएम) के सहयोग से क्वांटम प्रौद्योगिकियों में स्नातक (यूजी) माइनर कार्यक्रम लांच कर दिया है. 2025 में देश भर के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में यह पाठ्यक्रम शुरू होगा. सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में बीटेक पाठ्यक्रम में देश का पहला ‘क्वांटम टेक्नोलॉजी माइनर प्रोग्राम जुड़ेगा. इस पहल का उद्देश्य क्वांटम क्रांति के लिए भारत के कार्यबल को तैयार करना है, जिससे देश को अत्याधुनिक क्वांटम नवाचार में ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित किया जा सके. इसका मकसद दुनिया भर में भारत से सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर पेशेवर तैयार करके देना है.
क्वांटम टेक्नोलॉजी से 18 क्रेडिट का कर सकते हैं चयन
इसमें चार वर्टिकल क्वांटम कम्प्यूटेशन एंड सिमुलेशन, क्वांटम कम्युनिकेशन एंड क्रिप्टोग्राफी, क्वांटम सेंसिंग एंड क्वांटम मैटिरियल्स, डिवाइसेस शामिल हैं. यूजी माइनर प्रोग्राम क्वांटम प्रौद्योगिकी कंप्यूटिंग, कम्युनिकेशन और सेंसिंग को पुनः परिभाषित करेगी. स्टूडेंट्स 30 से अधिक क्रेडिट के पूल से 18 क्रेडिट का चयन कर सकते हैं, जिससे संस्थानों को अपने संसाधनों के अनुसार कार्यक्रम को अनुकूलित करने की सुविधा है. सभी इंजीनियरिंग विषयों के छात्र यह कार्यक्रम तीसरे या चौथे सेमेस्टर से शुरू कर सकते हैं. परियोजना आधारित शिक्षा होने के कारण छात्र व्यावहारिक अनुप्रयोग और हैंड्स ऑन अनुभव ले सकते हैं. एआइसीटीइ और आइआइटी जैसे संस्थानों के फैकल्टी उच्च गुणवत्ता वाली क्वांटम शिक्षा प्रदान करने में शिक्षकों की मदद करेंगे. कार्यक्रम की सफलता के लिए एआइसीटीइ और डीएसटी क्वांटम प्रौद्योगिकी प्रयोगशालाएं स्थापित करने में संस्थानों की सहायता करेंगे. विशेषज्ञ के नेतृत्व वाली एफडीपी और यूजी स्तर की क्वांटम शिक्षा के लिए पाठ्यपुस्तकों को भी जारी किया जायेगा.इंडस्ट्री व कंपनियों की साझेदारी से तैयार किया गया है पाठ्यक्रम
पाठ्यक्रम को इंडस्ट्री समेत देशी और विदेशी सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर कंपनियों ने मिलकर तैयार किया है. इसमें टीसीएम, आइबीएम, अमेजन समेत कई अन्य बड़े नाम शामिल हैं. बीटेक स्टूडेंट्स जब ‘क्वांटम प्रौद्योगिकी’ में माइनर प्रोग्राम की पढ़ाई करके निकलेगा, तो यही कंपनी कैंपस प्लेसमेंट से लेकर इंटर्नशिप में छात्रों का चयन करते हुए नौकरी देंगी. इसमें छात्रों को व्यावहारिक अनुप्रयोग और हैंड्स ऑन अनुभव मिलेगा. राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के मिशन गवर्निंग बोर्ड के अध्यक्ष डॉ अजय चौधरी ने कहा कि क्वांटम प्रौद्योगिकी में यह भारत का पहला यूजी कार्यक्रम है. यह पहल कुशल प्रतिभाएं तैयार करेगी और स्टार्टअप के साथ सहयोग को बढ़ावा देगी, जिससे छात्रों को वास्तविक दुनिया का अनुभव और क्वांटम प्रौद्योगिकी में नवाचार करने में मदद मिलेगी. जल्द एमटेक में भी यह कोर्स जोड़ने की तैयारी है. अगले शैक्षणिक सत्र में एआइसीटीइ के साथ मिलकर प्रोग्राम शुरू करना है.
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