लैंड फॉर जॉब मामले में तेज प्रताप यादव व RJD विधायक को भी समन जारी, लालू-तेजस्वी भी कोर्ट में होंगे पेश
रेलवे में जमीन के बदले नौकरी मामले में दिल्ली की अदालत ने लालू व तेजस्वी समेत अन्य आरोपितों को समन भेजा है. अब तेजप्रताप यादव का भी नाम चार्जशीट में जोड़ा गया है.
लैंड फॉर जॉब मामले में कोर्ट ने समन जारी किया है. रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. दिल्ली की अदालत ने लालू यादव व तेजस्वी यादव(Tejashwi Yadav) समेत अन्य आरोपितों को समन जारी किया है. प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पिछले महीने इस केस में आरोपितों के खिलाफ एक पूरक आरोप पत्र दायर किया था. इसपर बुधवार को सुनवाई हुई. कोर्ट ने ईडी के चार्जशीट को संज्ञान में लेकर आरोपितों को समन भेजा है. वहीं पहली बार इस केस में तेजप्रताप यादव को भी समन जारी किया गया है.
तेज-तेजस्वी व लालू समेत अन्य को समन जारी
बुधवार को दिल्ली की राउंज एवेन्यू कोर्ट ने ईडी के द्वारा दायर किए गए पूरक आरोप पत्र को संज्ञान में लिया और तेजस्वी यादव और लालू यादव(Lalu Yadav) समेत 8 आरोपितों को समन भेजकर हाजिर होने का आदेश दिया है. इन आरोपितों को 7 अक्टूबर को अब कोर्ट में हाजिर होकर अपना पक्ष रखना होगा. अदालत ने जमीन के बदले नौकरी मामले के मनी लॉन्ड्रिंग केस में ये समन जारी किया है. वहीं इस केस में पहली बार राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे सह बिहार सरकार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव और राजद विधायक किरण देवी का नाम सामने आया है. इन दोनों को भी समन जारी किया गया है.
ALSO READ: भागलपुर का एयरपोर्ट सुल्तानगंज में बना तो किन जिलों को मिलेगा सीधा फायदा? भाजपा सांसद ने बताया…
राजद विधायक किरण देवी को भी भेजा समन
दिल्ली की अदालत ने जिन लोगों को समन भेजा है उनमें तेजप्रताप यादव और राजद विधायक किरण देवी का भी नाम है. किरण देवी संदेश विधानसभा की विधायक हैं. ईडी ने बिहार स्थित उनके आवास में छापेमारी भी पूर्व में की है. वहीं अब कोर्ट का समन मिलने के बाद उन्हें अदालत में पेश होना होगा. तेजप्रताप यादव को भी कोर्ट के सामने पेश होना होगा.
क्या है लैंड फॉर जॉब मामला?
गौरतलब है कि ईडी ने तेजस्वी व लालू समेत अन्य आरोपितों के खिलाफ बीते 6 अगस्त को एक पूरक आरोप पत्र दाखिल किया था. कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई की है. नौकरी के बदले जमीन मामले की जांच सीबीआई कर रही है. इसी से जुड़े मामले में ईडी ने भी अलग से जांच की है. ईडी के अनुसार, यह मामला 2004 से 2009 तक का है जब रेल मंत्री लालू यादव रहे. आरोप है कि रेलवे में गलत तरीके से बहाली की गयी और इसके एवज में लालू यादव व उनके परिजनों को उपहार के रूप में जमीन दी गयी. ईडी ने इसी मामले में लालू यादव व तेजस्वी यादव से पटना स्थित कार्यालय में पूछताछ की थी.