पटना. राजधानी पटना में पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान गुट के बीच सोमवार से जोर-आजमाइश का दौर शुरू हो गया है. पारस गुट ने पिछले कई दिनों से पटना के चौक-चौराहों पर पारस और रामविलास पासवान के पोस्टर लगा रखा है. पारस गुट ने ऐसा करते हुए इस बात का पूरा ख्याल रखा है कि पोस्टर-होर्डिंग के लिए चिराग पासवान के लिए कोई जगह खाली न बचे.
अब चिराग गुट पटना में यह काम करने की तैयारी में है. लोजपा सूत्रों का कहना है कि यह सब कुछ एलजेपी कार्यालय पर कब्जा तक चिराग गुट की ओर से जारी रह सकता है. सूत्रों की माने तो चाचा भतीजे के इस लड़ाई में अब एक दूसरे की मदद के लिए दो बाहुबली नेताओं की भी एंट्री हो गई है. जो कि पर्दे के पीछे से जोर-आजमाइश करेंगे.
आमने सामने होंगे दो बाहुबली
मौसम विभाग ने बिहार में अगले चार-पांच दिनों तक भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी दी है, इधर बिहार की राजनीति में भी अगले तीन चार दिनों तक जबरदस्त उठा- पटक की संभावना है. बिहार के दो बाहुबली नेताओं के आमने सामने होने के कारण यह लड़ाई एक बार फिर पुराने दौर की यादों को ताजा कर सकती है. एलजेपी कार्यालय में पहले से ही पारस गुट का कब्जा है. चिराग गुट इसपर कब्जा के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है. पटना के राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि चिराग गुट ने इसके लिए एक बाहुबली नेता से हाथ मिलाने की तैयारी कर रहा है. ताकि पारस गुट के बाहुबली नेता की धार को कम किया जा सके.
पार्टी कार्यालय पर कब्जा के लिए जोर-आजमाइश?
लोजपा सूत्रों का कहना है कि चिराग पासवान लोजपा के एक बाहुबली को लेकर ही थोड़ा परेशान हैं. फिलहाल वे पारस गुट का नेतृत्व कर रहे हैं. चिराग इसके काट के लिए एक बाहुबली नेता से हाथ मिलाने की तैयारी कर रहे हैं. पिछले बिहार विधानसभा चुनाव के वक्त पटना में दोनों के बीच घंटों बंद कमरे में बात हुई थी. यही कारण है कि उनके समर्थक सोमवार को चिराग पासवान के लिए सड़क पर भी नजर आए. इससे इस बात को भी बल मिल रहा है कि वे अब चिराग पासवान के समर्थन में खुलकर भी सामने आ सकते हैं. हालांकि, फिलहाल वे जेल में हैं.