चिरौंजी, महुआ, साल बीज सहित छोटे वन उत्पादों का बिक्री के लिए हो रहा सर्वे
राज्य के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ प्रेम कुमार के निर्देश पर चिरौंजी, महुआ, साल बीज सहित छोटे वन उत्पादों को सर्वे प्रादेशिक प्रमंडलों के माध्यम से हो रहा है.
संवाददाता, पटना
राज्य के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ प्रेम कुमार के निर्देश पर चिरौंजी, महुआ, साल बीज सहित छोटे वन उत्पादों को सर्वे प्रादेशिक प्रमंडलों के माध्यम से हो रहा है. इसमें लघु वन उत्पादों की मात्रा और गुणवत्ता की जानकारी जुटाई जा रही है. इसी आधार पर इन वन उत्पादों को बेचने का निर्णय लिया जायेगा. इसका मकसद वनों के आसपास रहने वाले गरीब लोगों की आर्थिक दशा में सुधार करना है. यह जानकारी मंत्री डॉ प्रेम कुमार को विभागीय अधिकारियों ने बुधवार को समीक्षा बैठक में दी. इसका आयोजन अरण्य भवन स्थित विभागीय कार्यालय में किया गया. बैठक में विभाग की सचिव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (मु), प्रधान मुख्य वन संरक्षक (विकास), बिहार राज्य वानिकी विकास निगम लिमिटेड, पटना के प्रबंध निदेशक शामिल हुए.अधिकारियों ने बताया कि राज्य के कैमूर, रोहतास, गया, औरंगाबाद, नवादा, बांका और जमुई जिलों में लघु वन उत्पाद प्रचुर मात्र में पाया जाता है. लघु वन उत्पादों का संग्रहण, भंडारण और विपणन का काम बिहार राज्य वानिकी विकास निगम लिमिटेड, पटना द्वारा किया जा रहा है. लघु वन उत्पादों से प्राप्त शुद्ध लाभांश को संबंधित पंचायतों को सामानुपातिक रूप से वितरित करने का प्रावधान है. केंदू पत्ती का संग्रहण, भंडारण एवं विपणन आदि कार्य निगम द्वारा और खर्च का वहन संबंधित क्रेताओं द्वारा किया जाता है. संबंधित क्रेताओं को उनके द्वारा खरीदे गये इकाई से संग्रहित हरे पत्ते दान किये जाते हैं.
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