भागलपुर: जिले में सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद लोगों ने गंगा नदी व घरों में स्नान किया. ग्रहण के बाद महिलाओं ने घर को साफ किया. स्नान करने के बाद घरों में गंगा जल छिड़क कर घर को शुद्ध किया. पंडित विजय आनंद शास्त्री ने कहा कि यह अनोखा संयोग है कि 27 साल बाद मंगलवार को एक बार फिर सूर्य ग्रहण लगा.
27 साल पहले 24 अक्तूबर 1995 को सूर्य ग्रहण लगा था और वह दिन मंगलवार था. लेेकिन अंतर यह हुआ था इस बार दीपावली 24 अक्तूबर सोमवार को हुआ और ग्रहण 25 अक्तूबर को लगा. 27 साल पहले 23 अक्तूबर 1995 को दीपावली थी, लेकिन दिन सोमवार था. सूर्यग्रहण 24 अक्तूबर को लगा था और दिन मंगलवार था.
यह ग्रहण कुछ राशि जैसे वृष, कुंभ, वृश्चिक व मकर राशि वाले लोगों के लिए शुभ है. वहीं मेष, कर्क, तुला, धनु व मिथुन राशि वाले लोगों के लिए मध्यम फल देना वाला है.
सूर्य ग्रहण को लेकर धर्म ग्रंथों और पुराणों में कई तरह की मान्यताएं हैं. पुराणों के मुताबिक चंद्र ग्रहण से अधिक सूर्य ग्रहण का असर होता है. इसलिए सूर्य ग्रहण पर शास्त्रों में बताए गए नियमों का पालन करना जरूरी माना गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दो अशुभ ग्रहों राहु और केतु के कारण ग्रहण लगता है. इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है. इस वजह से ग्रहण के बाद स्नान बेहद जरूरी होता है. वहीं, विज्ञान का अपना तर्क है. वैज्ञानिकों की मानें तो ग्रहण के दौरान सूर्य से निकलने वाले अल्ट्रावॉयलेट किरणों से स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है. इसलिए सूर्य ग्रहण के बाद स्वास्थ्य लाभ के लिए स्नान करना चाहिए.