पटना: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत के मामले में मुंबई पुलिस व बिहार पुलिस के बीच बढ़ते मतभेद के बीच अब मुंबई के डीसीपी परमजीत सिंह दहिया ने सुशांत के परिवारजनों के उपर एक बड़ा आरोप लगाया है.एक तरफ जहां पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर लोग मुंबई पुलिस पर जांच को लेकर तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं.वहीं डीसीपी दहिया ने सुशांत के जीजा पर आरोप लगाया है कि रिया चक्रवर्ती को उन्होंने थाने बुलाकर दवाब बनाने की बात कही थी.
समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, मुंबई पुलिस उपायुक्त परमजीत सिंह दहिया ने एक टीवी चैनल को बताया कि सुशांत सिंह राजपूत के जीजा एवं भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी ने उन्हें अभिनेता की प्रेमिका रिया चक्रवर्ती को पुलिस थाने बुलाने और उस पर दबाव बनाने को कहा था. उन्होंने कहा कि सुशांत के जीजा व हरियाणा के एक IPS अधिकारी ओ. पी. सिंह ने इस साल फरवरी में उनसे यह अनुरोध किया था. दहिया ने कहा, ‘’सिंह ने मुझे रिया चक्रवर्ती को अनौपचारिक तरीके से पुलिस थाने में बुलाने और उस पर दबाव बनाने को कहा था”
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बता दें कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में 14 जून को मृत मिले थे. दहिया एक अप्रैल तक बांद्रा के जोनल पुलिस प्रमुख थे. दहिया ने कहा कि सिंह ने उन्हें कहा था कि राजपूत के परिवार को लगता है कि रिया अभिनेता को ”नियंत्रित” कर रही है और वह उसे अभिनेता की जिंदगी से बाहर करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अभिनेता के परिवार ने कोई लिखित शिकायत नहीं की थी. ओ. पी. सिंह ने 18 और 25 फरवरी को व्हाट्सएप पर संदेश भेज अनौपचारिक तौर पर अनुरोध किया था.
डीसीपी ने कहा कि सिंह पांच फरवरी को मुम्बई आए थे और उनसे राजपूत को उनके मुम्बई में होने की जानकारी देने को कहा. उन्होंने मिरांडा नाम के एक व्यक्ति को बिना किसी शिकायत या जांच के पुलिस हिरासत में रखने का अनुरोध भी किया था. डीसीपी ने कहा कि उन्होंने सिंह से ‘‘विनम्रता एवं दृढ़ता” से कहा कि उनके लिए किसी को पुलिस थाने बुलाना और उसे हिरासत में रखना मुमकिन नहीं है क्योंकि यह कार्यप्रणाली के विरुद्ध है. दहिया ने कहा कि उन्होंने सिंह से शिकायत दर्ज करने को कहा था ताकि मामले की जांच की जा सके. उन्होंने कहा कि इस मामले में लिखित शिकायत नहीं की गई.
राजपूत के पिता के. के. सिंह ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा था उन्होंने 25 फरवरी को मुम्बई पुलिस को आगाह किया था कि उनके बेटे की जान को खतरा है. मुम्बई पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने सोमवार को कहा था कि परिवार ने पूछताछ के दौरान कोई संदेह व्यक्त नहीं किया था. शहर की पुलिस ने 16 जून को परिवार के बयान दर्ज किए थे. उन्होंने कहा, ‘उन्होंने तब कोई संदेह व्यक्त नहीं किया था और जांच में कोताही की कोई शिकायत भी नहीं की थी.’
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya