Sushant Singh Case, पटना : बीएमसी ने शुक्रवार को कोरेंटिन में रखे गये पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी को बिहार लौटने की अनुमति दे दी. इसके बाद वह मुंबई से हैदराबाद होते हुए इंडिगो की फ्लाइट से रात 11:45 बजे पटना लौटे. वह सुशांत मौत मामले की जांच के सिलसिले में रविवार को मुंबई पहुंचे थे. वहां पहुंचने के साथ ही उन्हें 15 अगस्त तक के लिए कोरेंटिन कर दिया गया था.
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडये द्वारा एडीजी के माध्यम से दोबार लेटर भेजवा कर बीएमसी को जब यह कहा गया कि अगर आइपीएस विनय तिवारी को आइसोलेशन से मुक्त नहीं किया गया तो वह कोर्ट जायेंगे. सुप्रीम कोर्ट पहले ही विनय तिवारी को आइसोलेट करने को लेकर मुंबई पुलिस एवं बीएमसी को फटकार लगा चुकी थी. इसलिए कार्रवाई की डर से बीएमसी ने आइपीएस विनय तिवारी को मुक्त कर दिया है.
शुक्रवार को पटना की फ्लाइट पकड़ने से पहले विनय तिवारी ने मीडिया के सामने यह बयान दिया है कि बीएमसी और मुंबई पुलिस ने हमको नहीं आइसोलेट किया था बल्कि सुशांत मामले के अनुसंधान को ही आइसोलेट कर दिया था. अब मामला सीबीआइ के पास है. देर रात विनय तिवारी पटना पहुंचे. आइसोलेशन से मुक्त होने तथा पटना पहुंचने पर बिहार पुलिस ने राहत की सांस ली है. सुशांत सिंह मामले की जांच और प्रोटोकाल मेंटेन करने के लिए डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के निर्देश पर आइपीएस विनय तिवारी को पटना से मुंबई भेजा गया था.
उन्हें एसआइटी के साथ कोर्डिनेशन बनाकर जांच करना था. इसके साथ ही आइपीएस होने के कारण मुंबई पुलिस के अधिकारियों से सहयोग लेकर जांच करने के लिए भेजा गया था. लेकिन विनय तिवारी जिस दिन शाम को पहुंचे, उसी दिन दिशा सालियान मामले की जांच शुरू कर दी थी. इसकी जानकारी जब मुंबई पुलिस के पदाधिकारियों को लगी तो उन्होंने कोविड-19 का बहाना लेकर विनय तिवारी को आइसोलेट कर दिया.