पटना : सुशांत सिंह राजपूत की मौत की सीबीआइ जांच की मांग तेज होती जा रही है. इडी भी बहुत सी जानकारी जुटा चुका है, जिसमें सुशांत के पैसों की किस तरह से बंदरबांट की गयी है. अब जरूरत है डिजिटल सबूत की. यह सबूत मुंबई पुलिस के पास है, लेकिन वह शेयर नहीं कर रही. यहीं शक गहरा हो जा रहा है कि आखिर मुंबई पुलिस डिजिटल सबूत में क्या छिपा रही है?
हालांकि, सीबीआइ की जांच शुरू होते ही सारे सबूत सामने आ जायेंगे. जिस तरह से मुंबई पुलिस और सरकार इस मामले में पर्दा डालने में लगी हुई है, उससे सुशांत की हत्या का शक बढ़ता जा रहा है.
सुशांत मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे असलियत सामने आ रही है. दरअसल, इडी की जांच में सिद्धार्थ पिठानी, सैमुअल मिरांडा, नीरज समेत अन्य शक के दायरे में आ गये हैं. ये वही लोग हैं, जिसे रिया ने पहले से काम कर रहे लोगों को हटा कर रखा था.
रिया के रखे गये कर्मचारी जिस तरह शक के दायरे में आ रहे हैं, उससे साफ है कि वह कर्मचारी रिया के इशारे पर सुशांत का पैसा लूटने में लगे थे. इतना ही नहीं, ये कर्मचारी सुशांत से जुड़े कई राज जानते हैं. अगर सीबीआइ ने इन सभी से पूछताछ की, तो गिरफ्तारी तय है.
भाजपा विधायक एवं सुशांत के चचेरे भाई नीरज सिंह बबलू ने आरोप लगाया है कि सुशांत की डायरी के कई पन्ने गायब हैं. उन्होंने मुंबई पुलिस पर आरोप लगाया है कि सुशांत की डायरी से महत्वपूर्ण पन्ने को गायब कर दिया गया है.
उन्होंने कहा है कि अगर पूरी डायरी हाथ लगती, तो और जानकारी सामने आती. मीडिया के पास जो डायरी है, वह सुशांत की बहन से लिया गया है. वह डायरी अधूरी है. उसमें सिर्फ नौ पन्ने हैं. बाकी के गायब हैं.
Posted By : Kaushal Kishor