सुशांत सिंह राजपूत के फिटनेस वीडियो प्रेरित करनेवाले, एम्स रिपोर्ट की थ्योरी हास्यास्पद
पटना : बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में उनके परिवार की अदालत में पैरवी करनेवाले अधिवक्ता ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की रिपोर्ट को 'निर्णायक नहीं' बताया है. हालांकि, उन्होंने संभावना जतायी है कि सीबीआई अब भी सुशांत की मौत की जांच हत्या के रूप में कर सकती है.
पटना : बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में उनके परिवार की अदालत में पैरवी करनेवाले अधिवक्ता ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की रिपोर्ट को ‘निर्णायक नहीं’ बताया है. हालांकि, उन्होंने संभावना जतायी है कि सीबीआई अब भी सुशांत की मौत की जांच हत्या के रूप में कर सकती है.
सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच को लेकर सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म ट्विटर पर एकजुट हुए उनके फैन्स क्लब ‘यूनाईटेड ऑफ सुशांत सिंह राजपूत’ ने एम्स की रिपोर्ट को ‘हास्यास्पद थ्योरी’ बताया है. सुशांत सिंह राजपूत के परिजनों को सपोर्ट करनेवाले ट्विटर हैंडल ने सुशांत का एक वीडियो भी साझा किया है.
‘यूनाईटेड ऑफ सुशांत सिंह राजपूत’ ने ट्विटर हैंडल पर सुशांत सिंह राजपूत को ‘वर्कआउट’ करते हुए वीडियो साझा किया है. साथ ही लिखा है कि आप खुद को मारने के लिए इतनी मेहनत नहीं करते हैं. सुशांत का ऐसा करना हास्यास्पद थ्योरी लगता है.
https://twitter.com/sushantf3/status/1312632903466053633
मालूम हो कि इससे पहले, सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने सभी लोगों से परीक्षा की इस घड़ी में दृढ़ता और विश्वास से साथ खड़े रहने का अनुरोध किया था. उन्होंने कहा है कि ऐसी परीक्षा के समय मजबूत और अडिग रहना जरूरी है. न्याय मिलने तक मैं अपने परिवार से ईश्वर में विश्वास रखने और प्रार्थना करने का आग्रह करता हूं.
The test of faith is when you can stay strong and unshaken during the testing time….I urge my extended family to have faith in God and pray from all your heart….Pray that the truth comes out. 🙏 #AllEyesOnCBI pic.twitter.com/xuEoMkmGCV
— Shweta Singh Kirti (@shwetasinghkirt) October 4, 2020
इस बीच, सुशांत सिंह राजपूत के परिवार की अदालत में पैरवी करनेवाले अधिवक्ता विकास सिंह ने कहा है कि चूंकि एम्स की टीम ने सुशांत सिंह राजपूत के शरीर की जांच नहीं की और केवल तस्वीरों पर भरोसा किया, इसलिए रिपोर्ट निर्णायक नहीं है.