Sushil Modi Death: पटना. भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के निधन की सूचना से पटना समेत पूरे बिहार में शोक की लहर है. व्यवहार कुशलता के धनी सुशील मोदी व्यवसायी समेत समाज के विभिन्न वर्गों के बीच लोकप्रिय रहे. न सिर्फ भाजपा, बल्कि अन्य दलों के नेताओं व कार्यकर्ताओं से भी उनके बेहतर संबंध रहे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुशील कुमार मोदी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि सुशील कुमार मोदी जेपी आंदोलन के सच्चे सिपाही थे. उपमुख्यमंत्री के तौर पर भी उन्होंने हमारे साथ काफी वक्त तक काम किया.
मैंने आज सच्चा दोस्त और कर्मठ राजनेता खो दिया: नीतीश कुमार
मेरा उनके साथ व्यक्तिगत संबंध था और उनके निधन से मैं मर्माहत हूं. मैंने आज सच्चा दोस्त और कर्मठ राजनेता खो दिया है. उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. मुख्यमंत्री ने ईश्वर से कामना की है कि स्व. सुशील कुमार मोदी के परिजनों, समर्थकों और प्रशंसकों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करें. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार ने भी शोक जताया है. लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव सहित राजद परिवार ने सुशील कुमार मोदी के निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट की है.
हमने संघर्ष और आंदोलन का एक साथी को खो दिया : लालू प्रसाद
राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने सन 74 छात्र आंदोलन के छात्र नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सुशील मोदी के निधन पर कहा कि हमने एक संघर्ष और आंदोलन का साथी को खो दिया है. इनकी कमी हमेशा महसूस करूंगा. उनके निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी , नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव, सांसद डॉ मीसा भारती, राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी सहित राजद के अन्य नेताओं ने गहरी शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि इनके निधन से राज्य अपूर्णीय क्षति हुई है.
आपातकाल का पुरजोर विरोध कर सुशील मोदी ने अलग पहचान बनायी: प्रधानमंत्री
पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है. आपातकाल का पुरजोर विरोध करते हुए उन्होंने राजनीति में अपनी अलग पहचान बनायी थी. वे बेहद मेहनती और मिलनसार विधायक के रूप में जाने जाते थे. राजनीति से जुड़े विषयों को लेकर उनकी समझ बहुत गहरी थी. जीएसटी पारित करने में उनकी भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी.
एक जागृत सामाजिक कार्यकर्ता खो दिया: मोहन भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा है कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद श्री सुशील कुमार मोदी के अचानक निधन से अतीव दुःख हुआ है. इस समय हम सब की भावना उनके परिवार तथा असंख्य मित्र-प्रशंसकों के साथ है. संघ के निष्ठावान स्वयंसेवक एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री रहे सुशील जी सारे देश विशेषतः बिहार की चिंता करते थे. उनके निधन से एक जागृत सामाजिक कार्यकर्ता व कुशल राजनीतिक नेता को हमने खोया है. वे सार्वजनिक जीवन में सैद्धांतिक निष्ठा व पारदर्शिता के आदर्श उदाहरण थे. उनके परिवार को अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें दुःख सहन करने की शक्ति दे तथा दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करे. ॐ शांन्तिः.
सुशील मोदी के निधन पर सम्राट चौधरी ने जताया शोक
भाजपा का दिग्गज नेता और बिहार का पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के निधन पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि उनका निधन भाजपा और बिहार के लिए बड़ी क्षति है. मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है.यह समाचार व्यक्तिगत तौर पर मुझे अंदर तक हिला गया. उन्होंने कहा कि वे मेरे मार्गदर्शक थे. जीवनभर उन्होंने लोगों की सेवा की. उनका कौशल और प्रशासनिक क्षमता अभूतपूर्व थी. भगवान उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करे, यही प्रार्थना है.
सुशील मोदी एबीवीपी में मेरे वरिष्ठ सहयोगी थे: तावड़े
पटना. बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े ने सुशील मोदी के निधन पर शोक जताया है. कहा है कि वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में मेरे वरिष्ठ सहयोगी थे. लंबे वक्त तक उनके साथ जनसेवा करने का मौका मिला. कहा है कि उनके दुनिया से जाने से राजनीति में बहुत बड़ी रिक्तता आयी है.
बड़े पद का अहंकार नहीं था: शाहनवाज
वरिष्ठ भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि सुशील मोदी का निधन अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है. कहा कि उन्हें बड़े पद पर भी अहंकार ने कभी नहीं छुआ. सुशील कुमार मोदी के निधन से बिहार भाजपा परिवार ने अभिभावक खो दिया.
बिहार की राजनीति से एक ध्रूवतारा टूट गया: मांझी
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और बिहार सरकार के मंत्री हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संतोष कुमार सुमन ने सुशील मोदी के निधन पर शोक जताया है. श्री मांझी ने कहा है कि बिहार की राजनीति का एक ध्रुवतारा आज टूट गया. डॉ संतोष सुमन ने कहा कि बिहार ने आज एक अनमोल रत्न को खोया है, जिसकी भरपायी असंभव है.
बड़े पद पर रहते हुए कभी इसका अहसास नहीं कराया: नंद किशोर
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के निधन पर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने दुख प्रकट किया. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी से उनका संबंध 1971 से था. एक दूसरे को लगभग 53 वर्षों से जानते थे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में साथ काम किया. उनका व्यक्तित्व विलक्षण था. इतने बड़े पदों पर रहते हुए कभी इसका अहसास नहीं कराया. सभी के लिए काम किया. बेहतर प्रबंधन कर उन्होंने सिद्ध किया कि विपरीत परिस्थितियों में भी राज्य को आगे बढ़ाया जा सकता है.
बिना समीकरण के उपस्थिति दर्ज कराने वाले नेता थे : नितिन नवीन
बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि सुशील मोदी का निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है. कहा कि भाजपा को उन्होंने खड़ा किया. लालू के शासन से लड़ाई में कार्यकर्ता और नेता के रूप में संघर्ष किया. उपमुख्यमंत्री बनने के बाद कुशल प्रशासक की भूमिका भी बेहतर ढंग से निभायी. कहा कि राजनीति में उन्होंने जगह अपनी मेहनत से बनायी. कई लोग समीकरण से नेता बनते हैं. मगर, सुशील मोदी ने बिना समीकरण के अपनी उपस्थित बनाकर रखी. कहा कि हर चीज पर उनकी पकड़ थी. राजनीति में लोग कम मेहनत करते हैं. मगर, वे आंकड़ों पर काम करने वाले लगातार अध्ययन करने वाले नेता थे. वे छठ में हमेशा मेरे घर आते थे. कहा कि किसी की उपलब्धि पर फोन कर वे बधाई देते थे.
गठबंधन को साथ लेकर चलने वाले नेता थे : संजय झा
राज्यसभा सांसद संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील मोदी के बीच गहरे संबंध थे. बिहार की समस्याओं की उनको गहराई से समझ थी. यह बिहार के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की निजी क्षति है. कहा कि दोनों ने 1975 से आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभायी. 2005 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खस्ताहाल बिहार मिला था. मुख्यमंत्री के साथ सुशील मोदी ने बिहार को संवारने में बड़ी भूमिका निभायी. एनडीए गठबंधन के दलों और नेताओं को साथ लेकर चले. कहा कि बीच में हमलोग अलग भी हुए. लेकिन, मुख्यमंत्री के साथ-साथ उनके संग भी निजी संबंध हमेशा बना रहा. कहा कि वे निजी संबंधों को हमेशा बहाल रखते थे.
पापा के नहीं रहने जैसी कमी महसूस हो रही: चिराग
सुशील मोदी हर चीज को अध्ययन करते थे. जनता के बीच तथ्यों के साथ रखते थे. मेरे पिता के सबसे करीबी मित्रों में थे. कहा कि पापा दुनिया में नहीं रहने जैसी कमी एक बार फिर महसूस हो रही है. कहा कि उनसे प्रेरणा लेकर राजनीति में आगे काम करेंगे.
अपूरणीय क्षति : विजय सिन्हा
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी अब हमारे बीच नहीं रहे. पूरे भाजपा संगठन परिवार के साथ-साथ मेरे जैसे असंख्य कार्यकताओं के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है. अपने संगठन कौशल,प्रशासनिक समझ और सामाजिक राजनीतिक विषयों पर अपनी गहरी जानकारी के लिए वे हमेशा याद किये जायेंगे. ईश्वर दिवंगत आत्मा को चिरशांति और परिजनों को इस शोक की घड़ी में संबल प्रदान करें.
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कई नेताओं ने दी श्रद्धंजलि
स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से बिहार और देश की राजनीति को अपूरणीय क्षति हुई है. इसकी भरपाई मुश्किल है .बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने गहरी संवेदना व्यक्त की है. बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह ने भी गहरा दुख व्यक्त किया. सुशील कुमार मोदी के निधन पर भाजपा नेता व सांसद विवेक ठाकुर ने शोक जताते हुए कहा यह बिहार भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है. पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बिहार और भाजपा के कद्दावर नेता, पूर्व उपमुख्यमंत्री और मेरे स्नेहिल बड़े भाई सुशील मोदी का निधन बहुत ही दु:खद है. भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने और भाजपा के विस्तार में उनकी बहुत बड़ी भूमिका थी. उनके असमय निधन से वे बहुत मर्माहत हैं. यह उनके जाने का समय नहीं था. मेरी बहुत विनम्र श्रद्धांजलि. केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने भी सुशील कुमार मोदी के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है.