Sushil Modi: भाजपा (BJP) के दिग्गज नेता और बिहार (Bihar) के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी अब केंद्र (Center) की शोभा बढ़ाने के लिए तैयार हैं. राज्यसभा उपचुनाव (Rajya Sabha Election) में वो निर्विरोध निर्वाचित घोषित हुए हैं. मंगलवार को निर्वाची पदाधिकारी सह प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल ने सुशील मोदी को प्रमाणपत्र सौंपा. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) , उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद समेत कई मंत्री और नेता मौजूद थे. सीएम नीतीश ने सहित अन्य नेताओं ने सुशील मोदी को राज्यसभा सदस्य बनने पर ट्वीट कर बधाई दी.
इसी के साथ सुशील मोदी (sushil Modi) के नाम एक खास रिकॉर्ड (record) भी दर्ज हो गया. सुशील मोदी विधानसभा, लोकसभा और विधान परिषद के बाद अब राज्यसभा के सदस्य बनने जा रहे हैं सुशील मोदी बिहार के ऐसे तीसरे नेता बन जाएंगे जो चारों सदनों के सदस्य होंगे. इसके साथ हीं बिहार बीजेपी के इतिहास में भी पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के ये वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी चारों सदन का सदस्य बनने का रिकॉर्ड कायम करेंगे.
राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने जाने पर प्रमंडलीय आयुक्त से निर्वाचन प्रमाणपत्र प्राप्त करते हुए। pic.twitter.com/AXtDLPyWn8
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) December 7, 2020
सोमवार को सुशील मोदी को राज्यसभा के लिए निर्विरोध उपचुनाव विजेता घोषित किया गया. पटना के प्रमंडलीय आयुक्त और राज्यसभा चुनाव अधिकारी संजय अग्रवाल पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को प्रमाण पत्र सौंपा.
सुशील कुमार मोदी से पहले बिहार के दो और खास चेहरे हैं जो चारो सदनों के सदस्य रहने का रिकॉर्ड कायम कर चुके हैं वो हैं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि. जो सालों चारों सदनों के सदस्य रह चुके हैं. गौरतलब है कि लोजपा संस्थापक रामविलास पासवान के निधन के बाद राज्यसभा की सीट खाली हुई थी. इस सीट पर 14 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा के सुशील कुमार मोदी और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर श्याम नंदन प्रसाद ने पर्चा भरा था. महागठबंधन ने प्रत्याशी नहीं उतारा.
दोनों उम्मीदवारों के नामांकन पत्र की जांच में सुशील कुमार मोदी का नामांकन वैध पाया गया. निर्दलीय प्रत्याशी श्याम नंदन प्रसाद का नामांकन पत्र तकनीकी रूप से अवैध पाया गया. इस प्रकार राज्यसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी के सुशील कुमार मोदी ही एकमात्र उम्मीदवार रह गए. 7 दिसंबर को दोपहर 3 बजे तक नाम वापसी की अंतिम तिथि निर्धारित था. कोई और प्रत्याशी नहीं था इस लिए सुशील मोदी को विजेता घोषित किया गया.
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद बिहार मंत्रिमंडल में सुशील मोदी को जगह नहीं मिली थी. उन्हें राज्यसभा के लिए भेजा जा रहा है और उनका केंद्र में मंत्री बनाना भी तय है.
Posted By: Utpal kant