Bihar News: मुख्यालय के अफसरों की टीम सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की करेगी जांच, आम लोगों से भी लेगी राय
जांच के लिए पहुंचे अधिकारी केंद्र से सटे आम लोगों से भी राय लेंगे, ताकि आंगनबाड़ी से संबंधित सही जानकारी टीम को मिल सके. इसके लिए विभाग की ओर से जांच टीम को भी एक फॉर्मेट दिया गया है, जिसमें कमियों को भरना है.
पटना. राज्य में एक लाख 14 हजार आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जहां बच्चों की संख्या लगभग 99 लाख से ऊपर है. ऐसे में कई जिलों से विभाग को शिकायत मिली है कि केंद्र नियमित नहीं चलता है और अधिकतर समय बंद रहता है. इस शिकायत के बाद अब मुख्यालय स्तर पर जांच के लिए टीम गठित हुई है, जो 14 मार्च से जिलों में रैंडम जांच शुरू करेगी. वहीं, जो केंद्र बंद होंगे, उसकी पुष्टि होने पर सेविका-सहायिका के अलावा संबंधित पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी.
जांच में आम लोगों से भी ली जायेगी राय
जांच के लिए पहुंचे अधिकारी केंद्र से सटे आम लोगों से भी राय लेंगे, ताकि आंगनबाड़ी से संबंधित सही जानकारी टीम को मिल सके. इसके लिए विभाग की ओर से जांच टीम को भी एक फॉर्मेट दिया गया है, जिसमें कमियों को भरना है. साथ ही जांच के दौरान टीम ने क्या- क्या देखा. इसकी पूरी तस्वीर भी ली जायेगी.
ऐसे होगी जांच
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सेंटर कितने बजे खुलता है और बंद होता है.
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बच्चों की संख्या कितनी है और पोषाहार का मेन्यू का ठीक से पालन होता है या नहीं.
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अधिकारी माह में कितने दिन केंद्र पर जांच के लिए आते हैं.
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बच्चों को दिये जाने वाले पोषाहार से संबंधित सभी जांच की जायेगी.
आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के वजन व लंबाई की होगी जांच
राज्यभर में एक लाख 14 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों पर 99 लाख से अधिक बच्चों के वजन और लंबाई की जांच की जायेगी. इन केंद्रों पर 21 से 27 मार्च तक स्वस्थ बालक – बालिका स्पर्धा अभियान चलेगा. इस संबंध में समाज कल्याण के निदेशालय आइसीडीएस ने सभी जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को निर्देश भेज दिया है.
कार्यक्रम के दौरान स्वस्थ बच्चों का चयन किया जायेगा, जो बच्चे स्वस्थ होंगे, उन्हें अपने गृह जिले में पुरस्कृत किया जायेगा. बच्चों को प्रमाणपत्र भी दिया जायेगा. विभाग के मुताबिक आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाने वाले बच्चों के अलावा इसमें कोई भी परिवार हिस्सा ले सकेगा. उन्हें खुद घर में बच्चों की लंबाई व वजन की जांच करके निदेशालय के पोर्टल पर अपलोड करना होगा.
आंगनबाड़ी केंद्रों पर सभी योजनाएं नियमित चलें और सभी योजनाओं का लाभ दिया जाये. इसके लिए विभागीय स्तर पर जांच टीम बनी बनायी गयी है. यह टीम रैंडम जांच करेगी.
मदन सहनी, मंत्री समाज कल्याण विभाग.