पटना. तेजप्रताप (Tej Pratap Yadav) के एक बयान के बाद राजद में राजनीतिक तापमान बढ़ गया है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखाते हुए तेजप्रताप यादव ने उन्हें हिटलर कहते हुए उन्हें सीधे-सीधे चुनौती देते हुए कह दिया कि कुर्सी किसी की बपौती नहीं है. तेजप्रताप के इस बयान के बाद राजद में सियसत उबाल पर है. रविवार को प्रदेश आरजेडी कार्यालय में छात्र आरजेडी की बैठक में में उन्होंने कहा कि जगदानंद सिंह हिटलर शाही चला रहे हैं. पार्टी में मनमानी कर रहे हैं. आगे उन्होंने कहा कि वह कुर्सी को अपनी बपौती समझ रहे हैं. कब किसकी कुर्सी चली जाए कोई ठिकाना नहीं होता है. कुर्सी किसी की नहीं होती है. हम भी स्वास्थ्य मंत्री थे, लेकिन हमारी भी कुर्सी गई.
तेजप्रताप यादव ने कहा कि पहले(लालू प्रसाद के समय) पार्टी कार्यालय के सारे दरवाजे खुले रहते थे और लोग आराम से आते-जाते थे. जब से नए प्रदेश अध्यक्ष बने हैं, सिस्टम ही कुछ बदल गया है. हम हैं कि सभी को एक ही सिस्टम में ले जाना चाहते हैं, इसलिए हमने भी आना जाना शुरू कर दिया है. हमें नियम कानून से कोई फर्क नहीं पड़ता है. पार्टी में ऐसा नहीं होना चाहिए.
बताते चलें कि तेजप्रताप यादव पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर पहली बार नहीं भड़के हैं. तेजप्रताप की नाराजगी कई बार सार्वजनिक तौर पर सामने आ चुकी है. एक बार तो खड़े-खड़े ही उन्होनें पार्टी कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और कहा था कि वे केवल अपनी मनमानी करते हैं. तेजप्रताप के हमलों से नाराज प्रदेश अध्यक्ष जगदा बाबू के इस्तीफे की खबर तक आ गई थी, लेकिन बाद में लालू प्रसाद यादव के मान-मनौव्वल और डांट-फटकार के बाद मामला सुलझ गया था.