पटना : कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर देश में लगाये गये लॉकडाउन के बाद प्रवासी बिहारी अपने गृह राज्य लौटने लगे. आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण कई प्रवासी साइकिल, रिक्शा, ठेला आदि अन्य संसाधनों की व्यवस्था कर बिहार लौटे. इन सबके बीच साइकिल से बिहार आने की सर्वाधिक चर्चा दरभंगा की रहनेवाली 15 वर्षीया ज्योति की हुई.
ज्योति के 1200 किमी साइकिल चलाने के साहस को लेकर राजनीतिक दल निशाना साधने लगे हैं. आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने ट्वीट कर निशाना साधते हुए कहा है कि ”मेवालाल जी, तनिक बताइये न…? ज्योति को साईकिल से क्यों आना पड़ा गुड़गांव से दरभंगा…?”
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मेवालाल जी, तनिक बताईये न..? ज्योति को साईकल से क्यों आना पड़ा गुड़गांव से दरभंगा..?
ज्योति के जज़्बे को सलाम।।#लानत_है_सरकारों pic.twitter.com/vcFGXGamha
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) May 23, 2020
मालूम हो कि ज्योति ने अपने घायल पिता को साइकिल पर बैठा कर हरियाणा के गुरुग्राम से सात दिनों में 1200 किलोमीटर का सफर तय कर दरभंगा तक पहुंची. ज्योति के साहसिक कदम को सलाम करते हुए भारतीय साइकिलिंग फेडरेशन ने उन्हें ट्रायल के लिए दिल्ली बुलाया है. हालांकि, इस संबंध में ज्योति का कहना है कि ”मुझे साइकिल में रेस लगाने के लिए दिल्ली से फोन आया था, मैंने कहा कि मैं अभी तो रेस नहीं लगा सकती हूं. क्योंकि, मेरे पैर और हाथ में दर्द है.” हालांकि, ज्योति ने लॉकडाउन खत्म होने के बाद या एक महीने बाद ट्रायल के लिए आने को कहा है.
बिहार: लॉकडाउन में दरभंगा की रहने वाली 15 वर्षीय ज्योति ने अपने घायत पिता को साइकिल पर बैठा कर गुरुग्राम, हरियाणा से 7 दिनों में दरभंगा तक 1200 किलोमीटर का सफर तय किया। ज्योति के इस साहसिक कदम को देखते हुए भारतीय साइकिलिंग फेडरेशन ने उन्हें ट्रायल के लिए दिल्ली बुलाया है।(22.05) pic.twitter.com/eWkahg4SKp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 23, 2020